Dehradun cloudburst News: सड़कें टूटीं, सहस्त्रधारा और टपकेश्वर मंदिर में तबाही: देहरादून में बादल फटने से मचा हाहाकार; देखिए Video
देहरादून में बादल फटने से सहस्त्रधारा और टपकेश्वर महादेव मंदिर में तबाही मच गई। कई दुकानें बह गईं, दो लोग लापता। सीएम धामी हालात पर नज़र, पीएम और गृहमंत्री ने सहायता का भरोसा दिया।

Dehradun cloudburst News: देहरादून में लगातार हो रही भारी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। सहस्त्रधारा और मालदेवता इलाके में सोमवार देर रात बादल फटने से सैलाब जैसी स्थिति बन गई। इस आपदा में कई दुकानें और होटल पानी की तेज़ धारा में बह गए, वहीं दो लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज़ कर दिए हैं और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है।
स्कूल बंद, मुख्यमंत्री हालात पर नज़र रखे हुए
भारी बारिश और आपदा को देखते हुए जिला प्रशासन ने देहरादून के सभी स्कूल (कक्षा 1 से 12) को फिलहाल बंद रखने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आश्वस्त किया कि स्थानीय प्रशासन, SDRF और पुलिस पूरी तरह से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि वह खुद हालात पर नज़र रख रहे हैं और हर आवश्यक कदम उठाया जा रहा है।
टपकेश्वर महादेव मंदिर जलमग्न
देहरादून की तमसा नदी भी उफान पर है, जिसके कारण प्रसिद्ध टपकेश्वर महादेव मंदिर जलमग्न हो गया। मंदिर के पुजारी आचार्य बिपिन जोशी ने बताया कि सुबह 5 बजे से ही नदी का जलस्तर तेज़ी से बढ़ना शुरू हो गया और पूरा मंदिर परिसर पानी में डूब गया। हालांकि गर्भगृह सुरक्षित है और किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है।
#WATCH | Uttarakhand: River Sahastradhara flooded due to heavy rains in Dehradun since last night. Debris came into the main market, causing damage to hotels and shops. pic.twitter.com/f4WoAOWleP
— ANI (@ANI) September 16, 2025
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का आश्वासन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात कर हालात की विस्तृत जानकारी ली और केंद्र से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। सीएम धामी ने केंद्र सरकार का आभार जताते हुए कहा कि राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं।
प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने लोगों से नदियों और जोखिम भरे क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है। प्रभावित इलाकों में अभी भी मलबा और पानी का दबाव बना हुआ है। प्रशासनिक टीम लगातार राहत कार्यों को अंजाम दे रही है ताकि किसी तरह की जनहानि को रोका जा सके।