मोबाइल चार्जर के तार से भाई की हत्या: सरगुजा में खाना बनाने को लेकर हुआ विवाद, रातभर घर में पड़ा रहा शव
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में छोटे भाई ने खाना बनाने को लेकर हुए विवाद में बड़े भाई की मोबाइल चार्जर के तार से गला घोंटकर हत्या कर दी। घटना सीतापुर थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।

छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक छोटे भाई ने खाना बनाने को लेकर हुए विवाद में अपने ही बड़े भाई की मोबाइल चार्जर के तार से गला दबाकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि विवाद मंगलवार की शाम हुआ था, जिसके बाद आरोपी भाई ने वारदात को अंजाम दिया।
घटना सीतापुर थाना क्षेत्र के खड़ा गांव की है। मृतक का नाम अमोश लकड़ा (22 वर्ष) और आरोपी का नाम नीलेश लकड़ा (19 वर्ष) बताया गया है। दोनों अपने पिता रामचरण लकड़ा के साथ रहते थे। परिवार में मां की मृत्यु पहले ही हो चुकी थी, जबकि तीसरा बेटा घर से बाहर काम करता है।
विवाद की वजह बना खाना बनाना
घर में अक्सर यह झगड़ा होता था कि खाना कौन बनाएगा। दोनों भाइयों की आपसी सहमति से यह तय हुआ था कि बारी-बारी से खाना बनाया जाएगा। मंगलवार को नीलेश की बारी थी, लेकिन उसने खाना नहीं बनाया। जब अमोश ने इस बात पर नाराजगी जताई, तो दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि नीलेश ने गुस्से में आकर मोबाइल चार्जर की तार से अमोश का गला घोंट दिया।
पिता ने देर से दी पुलिस को सूचना
वारदात के बाद आरोपी भाई वहीं मौजूद रहा, जबकि पिता रामचरण ने भी रातभर किसी को इसकी जानकारी नहीं दी। शव घर में ही पड़ा रहा। अगले दिन सुबह जब पिता ने पुलिस को खबर दी, तो सीतापुर थाना प्रभारी सी.आर. चंद्रा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
फोरेंसिक जांच से हुई पुष्टि
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मौके पर पहुंचे फोरेंसिक एक्सपर्ट प्रभात भगत ने जांच में पाया कि मृतक की गर्दन पर गहरे निशान और काले धब्बे मौजूद थे, जिससे गला घोंटकर हत्या की पुष्टि हुई।
पुलिस को पिता पर भी शक
पुलिस ने नीलेश लकड़ा को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ जारी है। हालांकि जांच में यह भी सामने आया है कि पिता रामचरण की भूमिका पर भी संदेह बना हुआ है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है।
यह घटना इस बात का उदाहरण है कि छोटी-छोटी बातों पर गुस्से में लिया गया निर्णय किस तरह बड़े अपराध में बदल सकता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि परिवारिक विवादों का समाधान बातचीत से करें, हिंसा से नहीं।