Bilaspur News:रुकी पदोन्नति प्रक्रिया को मिली हरी झंडी: 1478 शिक्षकों का प्राचार्य बनने का रास्ता साफ
छत्तीसगढ़ में लंबे समय से अटकी प्राचार्य पदोन्नति प्रक्रिया को लेकर राज्य के हजारों शिक्षकों के लिए बड़ी राहत वाली खबर सामने आई है। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने शिक्षकों के पक्ष में फैसला सुनाते हुए 1478 पदोन्नत शिक्षकों की प्राचार्य पदस्थापना का रास्ता साफ कर दिया है। कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि अब पदोन्नति प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं है और शिक्षा विभाग नियुक्ति व काउंसिलिंग की प्रक्रिया आगे बढ़ा सकता है।

BILASPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में लंबे समय से अटकी प्राचार्य पदोन्नति प्रक्रिया को लेकर राज्य के हजारों शिक्षकों के लिए बड़ी राहत वाली खबर सामने आई है। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने शिक्षकों के पक्ष में फैसला सुनाते हुए 1478 पदोन्नत शिक्षकों की प्राचार्य पदस्थापना का रास्ता साफ कर दिया है। कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि अब पदोन्नति प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं है और शिक्षा विभाग नियुक्ति व काउंसिलिंग की प्रक्रिया आगे बढ़ा सकता है।
यह मामला WPS 3937/2025 नारायण प्रकाश तिवारी बनाम राज्य शासन से जुड़ा था। याचिकाकर्ता ने प्राचार्य पदोन्नति नियमों पर आपत्ति जताई थी, जिसके चलते यह प्रक्रिया पिछले 6 महीनों से रुकी हुई थी। हाईकोर्ट की एकल पीठ न्यायमूर्ति रविंद्र कुमार अग्रवाल ने 5 अगस्त 2025 को अंतिम सुनवाई के बाद फैसले को सुरक्षित रखा था, जिसे 6 नवंबर को घोषित किया गया। अदालत ने याचिका को खारिज करते हुए शासन के पक्ष में निर्णय दिया।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि ई संवर्ग के 1478 शिक्षकों को 30 अप्रैल 2025 को प्राचार्य पद पर पदोन्नति दी गई थी, लेकिन 1 मई से न्यायालयीन रोक के चलते पोस्टिंग आदेश रोक दिया गया था। पहले डबल बेंच में और फिर सिंगल बेंच में लंबी सुनवाई चली, जिसके बाद अब जाकर फैसला आया है।
उन्होंने कहा कि यह निर्णय हजारों शिक्षकों के लिए राहत और उत्साह का विषय है। विभाग अब जल्द ही काउंसिलिंग और नई पदस्थापना आदेश जारी करेगा। टी संवर्ग के प्राचार्यों की काउंसिलिंग पहले ही पूरी हो चुकी है, अब ए संवर्ग के शिक्षक भी इसी प्रक्रिया से लाभान्वित होंगे।
शिक्षा जगत में खुशी की लहर
फैसले के बाद प्रदेशभर के पदोन्नत शिक्षकों में खुशी की लहर है। लंबे समय से प्रमोशन आदेश हाथ में होते हुए भी कार्यभार न ले पाने की स्थिति अब समाप्त हो गई है। अब शिक्षकों को जल्द ही नए पदस्थापना स्थान पर कार्यभार ग्रहण करने का मौका मिलेगा।






