Bilaspur News: दर्दनाक सड़क हादसा 3 बार पलटकर झाड़ियों में घुसी कार… PSC कैंडिडेट और उसका दोस्त नहीं बच पाए
बिलासपुर के कोनी थाना क्षेत्र में देर रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ जिसमें PSC की तैयारी कर रहे ईशु रत्नाकर (26) और उनके साथी भारकर राजपूत (22) की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब छह दोस्त रतनपुर रोड की ओर भोजन करने निकले थे।

BILASPUR NEWS. बिलासपुर के कोनी थाना क्षेत्र में देर रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ जिसमें PSC की तैयारी कर रहे ईशु रत्नाकर (26) और उनके साथी भारकर राजपूत (22) की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब छह दोस्त रतनपुर रोड की ओर भोजन करने निकले थे।
कोनी थाना पार करने के बाद कार की रफ्तार काफी तेज थी। सेंदरी से पहले अचानक कार अनियंत्रित हो गई और देखते ही देखते सड़क से नीचे उतरकर तीन बार पलटी मारते हुए झाड़ियों में जा घुसी।
टक्कर इतनी भयावह थी कि कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और दो छात्रों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। चार अन्य साथी गंभीर रूप से घायल हो गए।
कौन थे कार में सवार युवक?
खरकेना गांव के आयन रत्नाकर ने बताया कि वह एलएलबी का छात्र है, जबकि उसका बड़ा भाई ईशु PSC की तैयारी कर रहा था। दोनों बिलासपुर में साथ रहकर पढ़ाई करते थे। ईशु और उसके साथियों में शामिल थे भारकर राजपूत (22), अभिषेक वर्मा, शेखर चंद्रवंशी, श्याम सिंह राजपूत और एक अन्य युवक।सभी 6 युवक खाना खाने रतनपुर रोड की ओर जा रहे थे।
सेंदरी से पहले बेकाबू हुई कार
कोनी थाना क्षेत्र पार करने के बाद युवा आगे बढ़ रहे थे। कार तेज रफ्तार में थी और सेंदरी पहुंचने से पहले ही नियंत्रण खो बैठी।
कार उछलकर तीन बार पलटी और झाड़ियों में जा गिरी, जिससे ईशु और भारकर की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस की कार्रवाई — शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए
राहगीरों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी। खबर मिलते ही कोनी पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल भेजा। दोनों मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
पोस्टमार्टम के बाद शवों की पहचान कर परिजनों को सूचना दी गई। रविवार रात हुई दुर्घटना की जानकारी मिलते ही परिजन सोमवार सुबह अस्पताल पहुंचे, जहाँ शवों का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद परिजन शवों को लेकर गृहग्राम रवाना हो गए।
घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज जारी
हादसे में घायल चारों युवकों की हालत गंभीर है और उनका इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है।








