छत्तीसगढ़
Raipur News: क्रिसमस से पहले छत्तीसगढ़ में सियासी बवाल: सांता क्लॉज पर बजरंग दल की चेतावनी, नेताओं में जुबानी जंग
छत्तीसगढ़ में क्रिसमस से पहले धर्मांतरण को लेकर सियासी तापमान अचानक बढ़ गया है। बजरंग दल ने स्कूलों को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि छात्रों को जबरन सांता क्लॉज बनने के लिए बाध्य किया गया, तो संगठन उग्र आंदोलन करेगा। इस चेतावनी के बाद प्रदेश की राजनीति में तीखी बयानबाजी शुरू हो गई है।

RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में क्रिसमस से पहले धर्मांतरण को लेकर सियासी तापमान अचानक बढ़ गया है। बजरंग दल ने स्कूलों को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि छात्रों को जबरन सांता क्लॉज बनने के लिए बाध्य किया गया, तो संगठन उग्र आंदोलन करेगा। इस चेतावनी के बाद प्रदेश की राजनीति में तीखी बयानबाजी शुरू हो गई है।
पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने बजरंग दल की चेतावनी पर पलटवार करते हुए इसे लोकतांत्रिक स्वतंत्रता का सवाल बताया। उन्होंने कहा कि यदि चुनौती की बात है तो वे स्वयं क्रिसमस ट्री बनाएंगे और बजरंग दल के लोगों को आमंत्रित भी करेंगे। सिंहदेव के इस बयान ने सियासी बहस को और तेज कर दिया।
टीएस सिंहदेव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए छत्तीसगढ़ भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि उन्हें इससे कोई आपत्ति नहीं है। यह उनका निजी मामला है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जो संगठन ऐसे मामलों पर रोक लगाते हैं, वे अपने दायित्व का निर्वहन करते हैं, जबकि कांग्रेस नेताओं को दिखावे की चिंता ज्यादा रहती है।
उधर, कांकेर में सामने आई धर्मांतरण की घटना के बाद कांग्रेस सरकार पर भाजपा और हिंदू संगठनों के हमले तेज हो गए हैं। इसी मुद्दे को लेकर सर्व धर्म समाज ने सोमवार को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया, जिसे छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स का समर्थन मिला। बंद का व्यापक असर देखने को मिला।
इसी दौरान राजधानी रायपुर के मैग्नेटो मॉल में क्रिसमस के लिए की गई विशेष सजावट में हिंदू संगठनों के कुछ लोगों द्वारा तोड़फोड़ की घटना भी सामने आई है, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवकुमार डहरिया ने इस पूरे घटनाक्रम पर भाजपा और उसके अनुषांगिक संगठनों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे जाति और धर्म के नाम पर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को अपने त्यौहार मनाने की पूरी स्वतंत्रता है और इस पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता। डहरिया ने चेतावनी देने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि ऐसे लोगों को सरकार को सलाखों के पीछे भेजना चाहिए।
क्रिसमस से पहले प्रदेश में धर्म, राजनीति और कानून-व्यवस्था को लेकर बहस और टकराव तेज होता नजर आ रहा है।



