Raipur News:25 साल बाद फिर लौटे अपनी जड़ों की ओर, रायपुर के प्रजापति परिवार ने अपनाए हिंदू संस्कार
राजधानी रायपुर के पास स्थित कांदुल गांव में एक परिवार ने अपनी धार्मिक पहचान को लेकर बड़ा निर्णय लिया है। लगभग 25 वर्ष पहले ईसाई धर्म अपनाने वाले प्रजापति परिवार के करीब 22 सदस्यों ने अब पुनः अपने पारंपरिक हिंदू आस्था-संस्कृति में लौटने का फैसला किया है।

RAIPUR NEWS. राजधानी रायपुर के पास स्थित कांदुल गांव में एक परिवार ने अपनी धार्मिक पहचान को लेकर बड़ा निर्णय लिया है। लगभग 25 वर्ष पहले ईसाई धर्म अपनाने वाले प्रजापति परिवार के करीब 22 सदस्यों ने अब पुनः अपने पारंपरिक हिंदू आस्था-संस्कृति में लौटने का फैसला किया है। सोमवार को गांव में आयोजित एक पारिवारिक कार्यक्रम के दौरान पूजा-अर्चना और सत्यनारायण कथा के साथ उन्होंने हिंदू रीति-रिवाजों के पालन की घोषणा की।
मातृ-बीमारी के समय लिया था निर्णय, अब बदला मन
परिवार के सदस्यों ने बताया कि दो दशक पहले घर की एक महिला की तबीयत लगातार खराब रहने पर उन्होंने धर्म परिवर्तन का कदम उठाया था। हालांकि समय के साथ परिवार की इच्छा फिर से अपने पारंपरिक धार्मिक आचरण की तरफ झुकने लगी। इसी भावना के चलते सभी ने सामूहिक रूप से “घर वापसी” का निर्णय लिया।
राज्य में धर्मांतरण को लेकर बहस जारी
छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में धर्म परिवर्तन के मामले समय–समय पर सुर्खियों में रहते हैं।
कई स्थानों पर लोग अपने मौजूदा धर्म से हटकर अन्य धर्म अपना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ परिवार अपने पुराने धर्म में लौटने का फैसला भी कर रहे हैं। इस तरह के मामलों को लेकर सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर चर्चा, मतभेद और तनाव की स्थितियां भी सामने आती रही हैं।
सरकार का रुख—‘जल्द आएगा कानून’
प्रदेश सरकार कई बार यह संकेत दे चुकी है कि राज्य में धर्मांतरण से संबंधित कानून लाने की तैयारी चल रही है।
अब देखने वाली बात होगी कि लगातार सामने आ रहे ऐसे मामलों पर आगामी कानूनी ढांचा कितना प्रभावी साबित होता है।






