छत्तीसगढ़

DRM दफ्तर के बाहर डटे परिजन-प्रदर्शनकारी, हाईकोर्ट पर टिकी निगाहें, दिन-रात बरसते पानी में नारेबाजी, OHE करंट से युवक प्रताप बर्मन की मौत पर मुआवजा और नौकरी की मांग

बिलासपुर। रेलवे कोचिंग डिपो में काम के दौरान ओवरहेड इलेक्ट्रिक (OHE) लाइन की चपेट में आने से युवक प्रताप बर्मन की मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों ने मुआवजा और नौकरी की मांग को लेकर बिलासपुर DRM कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

बिलासपुर। रेलवे कोचिंग डिपो में काम के दौरान ओवरहेड इलेक्ट्रिक (OHE) लाइन की चपेट में आने से युवक प्रताप बर्मन की मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों ने मुआवजा और नौकरी की मांग को लेकर बिलासपुर DRM कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पांच दिनों से लगातार बरसात के बीच परिजन और समाज के लोग दफ्तर के बाहर डटे हुए हैं और नारेबाजी कर रहे हैं।

परिजनों की मांगें
मृतक प्रताप बर्मन के परिवारजन रेलवे प्रशासन से 1 करोड़ रुपये मुआवजा और उसकी पत्नी को नौकरी देने की मांग कर रहे हैं। परिजनों का कहना है कि हादसा रेलवे की लापरवाही से हुआ है, इसलिए जिम्मेदारी तय कर पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए।

हाईकोर्ट पर टिकी नजरें
मामला अब हाईकोर्ट तक पहुँच चुका है। अदालत ने इस घटना पर गंभीरता दिखाई है और समीक्षा शुरू कर दी है। परिजनों और समाज का कहना है कि अब उन्हें न्याय केवल कोर्ट से ही मिलने की उम्मीद है।

प्रदर्शन जारी
रेलवे प्रशासन के अधिकारियों ने परिजनों से बातचीत की कोशिश की, लेकिन समाधान नहीं निकल पाया। गुस्साए परिजन DRM दफ्तर के बाहर ही डटे हुए हैं और उनका कहना है कि जब तक ठोस निर्णय नहीं होगा, वे प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगे।

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