Narayanpur News: छट्ठी की दावत बनी मातम की वजह: अबूझमाड़ के गोट गांव में पांच घरों में बुझ गए चिराग
अबूझमाड़ के पहाड़ी और घने जंगलों के बीच बसे छोटे से गोट गांव में मंगलवार की शाम खुशियों का माहौल था। एक परिवार में छट्ठी कार्यक्रम रखा गया था। गांव के करीब सभी लोग एक साथ जुटे थे—बच्चे खेल रहे थे, महिलाएं गीत गा रही थीं, और लोग दावत का आनंद ले रहे थे। किसी ने सोचा भी नहीं था कि वही खाना कुछ घंटों बाद गांव की पांच जिंदगियां निगल जाएगा।

NARAYANPUR NEWS. अबूझमाड़ के पहाड़ी और घने जंगलों के बीच बसे छोटे से गोट गांव में मंगलवार की शाम खुशियों का माहौल था। एक परिवार में छट्ठी कार्यक्रम रखा गया था। गांव के करीब सभी लोग एक साथ जुटे थे—बच्चे खेल रहे थे, महिलाएं गीत गा रही थीं, और लोग दावत का आनंद ले रहे थे। किसी ने सोचा भी नहीं था कि वही खाना कुछ घंटों बाद गांव की पांच जिंदगियां निगल जाएगा।
रात होते-होते हालात बिगड़ने लगे। कई लोगों को उल्टी-दस्त और चक्कर आने लगे। देखते ही देखते पूरा गांव एकदम से शोक में डूब गया। 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई की हालत गंभीर बनी हुई है।
नारायणपुर कलेक्टर ने घटना की पुष्टि की है और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर तैनात है। प्रशासन ने भोजन के सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि जहरीलापन कैसे फैला।
गांव के एक बुजुर्ग ने कहा, “सुबह तक बच्चों की हंसी गूंज रही थी, शाम होते-होते सन्नाटा छा गया। किसी ने नहीं सोचा था कि छट्ठी का खाना मौत बन जाएगा।
भैरमगढ़ से मेडिकल टीम को विशेष रूप से भेजा गया, क्योंकि गोट गांव बेहद दुर्गम इलाके में है। एक गंभीर मरीज को हेल्थ सेंटर में भर्ती कर इलाज जारी है। बाकी ग्रामीणों की भी लगातार निगरानी की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीणों से कच्चे या बचे हुए भोजन के सेवन से बचने की अपील की है। अधिकारी लगातार गांव में डेरा डाले हुए हैं और हर घर की जांच की जा रही है।
इस दर्दनाक घटना ने पूरे अबूझमाड़ क्षेत्र को झकझोर दिया है। खुशी के मौके पर हुई यह मौतों की दावत अब ग्रामीणों की यादों में हमेशा एक स्याह धब्बा बन गई है।






