छत्तीसगढ़

Bilaspur News: देशभक्ति और शिक्षा के रंगों से महका महाविद्यालय परिसर, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद जयन्ती पर प्रेरणादायी समारोह का आयोजन

मौलाना अबुल कलाम आज़ाद शिक्षा महाविद्यालय में बुधवार को भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री और प्रखर राष्ट्रनायक मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयन्ती एवं राष्ट्रीय शिक्षा दिवस बड़े ही हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने पूरे परिसर को देशभक्ति, ज्ञान और प्रेरणा के रंगों से सराबोर कर दिया।

BILASPUR NEWS. मौलाना अबुल कलाम आज़ाद शिक्षा महाविद्यालय में बुधवार को भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री और प्रखर राष्ट्रनायक मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयन्ती एवं राष्ट्रीय शिक्षा दिवस बड़े ही हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने पूरे परिसर को देशभक्ति, ज्ञान और प्रेरणा के रंगों से सराबोर कर दिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नदीम पाशा तथा विशिष्ट अतिथि अहमद रहे। वहीं, सुब्हानिया अंजुमन इस्लामिया समिति के सचिव डॉ. एम.एस.के. खोखर, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार पोद्दार, उपप्राचार्य श्रीमती वंदना सिंह, शिक्षकगण, स्टाफ और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

समारोह की शुरुआत उत्साहपूर्ण स्वागत और पुष्पगुच्छ अर्पण से हुई। विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए स्वागत गीत, प्रेरक भाषण, स्वरचित कविताएँ और मौलाना आज़ाद के विचारों पर आधारित वक्तव्य प्रस्तुत किए, जिससे वातावरण भावनाओं, श्रद्धा और प्रेरणा से भर गया।

वक्ताओं ने मौलाना आज़ाद के शैक्षणिक दर्शन, राष्ट्रीय एकता की भावना और आधुनिक भारत के निर्माण में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला। सचिव डॉ. खोखर ने कहा—मौलाना आज़ाद के विचार भारतीय शिक्षा-जगत की आत्मा हैं। उनके आदर्शों को जीवन में आत्मसात करना ही सच्चे अर्थों में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की सार्थकता है।

कार्यक्रम का संचालन विद्यार्थियों सूरज और आशीमा ने सौहार्दपूर्ण और प्रभावशाली ढंग से किया। आयोजन ने शिक्षा, संस्कृति और राष्ट्रभावना का ऐसा संगम प्रस्तुत किया, जिसने सभी के हृदय में अमिट छाप छोड़ी।

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