छत्तीसगढ़

Raipur News:210 नक्सलियों के ऐतिहासिक आत्मसमर्पण पर सियासी संग्राम: कांग्रेस ने उठाए सवाल— “क्या सभी असली नक्सली हैं?

छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद खत्म करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहे 210 नक्सलियों के सामूहिक आत्मसमर्पण ने अब सियासत को भी गर्मा दिया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम विजय शर्मा जहां इसे “लाल आतंक से मुक्ति की ऐतिहासिक शुरुआत” बता रहे हैं, वहीं कांग्रेस ने इस सरेंडर को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद खत्म करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहे 210 नक्सलियों के सामूहिक आत्मसमर्पण ने अब सियासत को भी गर्मा दिया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम विजय शर्मा जहां इसे “लाल आतंक से मुक्ति की ऐतिहासिक शुरुआत” बता रहे हैं, वहीं कांग्रेस ने इस सरेंडर को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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जगदलपुर में रविवार को 210 नक्सलियों ने 158 हथियारों के साथ मुख्यमंत्री साय के समक्ष आत्मसमर्पण किया। इनमें कई इनामी नक्सली भी शामिल बताए जा रहे हैं। गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा— “बस्तर ने लाल आतंक से मुक्ति की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया है। नियत समय में नक्सल समस्या का पूर्ण समाधान होगा।”

इधर कांग्रेस ने सरकार के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरेंडर की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने तंज कसते हुए कहा— “सरकार ने आज फिर से समर्पण इवेंट किया है। यह सब कांग्रेस की नीतियों का परिणाम है, क्योंकि हमारी सरकार ने विकास को गांव-गांव तक पहुंचाया था। सरकार बताएं कि क्या ये सभी वास्तव में नक्सली हैं? इनका प्रोफाइल जारी करे।”

बैज ने आगे कहा कि सरकार दो हजार से अधिक नक्सलियों के आत्मसमर्पण का दावा कर रही है, लेकिन अब तक एक भी प्रमाणिक प्रोफाइल सार्वजनिक नहीं किया गया।

पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने भी सवाल उठाते हुए कहा— “शांति के प्रयासों का हम विरोध नहीं करते, लेकिन यह आत्मसमर्पण केवल प्रचार तक सीमित न रहे। लोगों को जमीनी स्तर पर शांति महसूस होनी चाहिए। नक्सल अभियान बढ़ने के बाद आदिवासी समुदाय जंगलों तक जाने में भी डरने लगा है।”

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राजनीतिक हलकों में इस बात पर बहस तेज है कि क्या वाकई इतने बड़े पैमाने पर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है या फिर इसमें “गिनती की राजनीति” हो रही है।

सरकार के लिए यह उपलब्धि जितनी बड़ी मानी जा रही है, विपक्ष के सवालों ने उतना ही इसे चर्चा का विषय बना दिया है।

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