Cg par Montha cyclone ka asar: मोन्था तूफान का असर; कोंडागांव में पुलिया धंसी, धान की फसल को भारी नुकसान, दो ट्रेनें रद्द, आठ जिलों में यलो अलर्ट
चक्रवात ‘मोन्था’ के कमजोर पड़ने के बावजूद छत्तीसगढ़ में इसका असर अब भी जारी है। कोंडागांव जिले में पुलिया धंसने से यातायात ठप हो गया, जबकि बस्तर में बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। सरगुजा संभाग के आठ जिलों में यलो अलर्ट जारी है, वहीं मौसम विभाग ने कल से हालात सामान्य होने की संभावना जताई है।

Cg par Montha cyclone ka asar: छत्तीसगढ़ में चक्रवात ‘मोन्था’ के कमजोर होने के बावजूद इसका प्रभाव कई जिलों में देखने को मिल रहा है। कोंडागांव जिले के आदनार गांव में लगातार बारिश के कारण ‘बड़को नाला’ पर बनी पुलिया टूटकर धंस गई, जिससे लिंगोंपथ-मर्दापाल-भाटपाल-नारायणपुर मार्ग पर यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। यह सड़क प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत बनाई गई थी। गनीमत यह रही कि हादसे के समय पुल पर कोई वाहन नहीं था, वरना बड़ा नुकसान हो सकता था।
किसानों की फसलों पर संकट
बस्तर संभाग में अचानक हुई भारी बारिश से किसानों की धान की फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है। कई जगह खड़ी फसलें झुक गई हैं, जबकि कटाई के बाद खेतों में रखी बोरियां और धान के ढेर भीगकर सड़ने लगे हैं। कृषि मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें ताकि और नुकसान से बचा जा सके।
ट्रेनें रद्द और यातायात बाधित
बस्तर से होकर गुजरने वाली दो यात्री ट्रेनों को मौसम की स्थिति को देखते हुए रद्द कर दिया गया है, जबकि दो अन्य ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है। ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण केके रेललाइन पर चट्टानें और मिट्टी ट्रैक पर आ गई हैं। हालांकि मालगाड़ियों की आवाजाही जारी है, लेकिन यात्री सेवाएं फिलहाल प्रभावित हैं।
वाल्टेयर रेल मंडल ने यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्पडेस्क स्थापित किया है। जगदलपुर स्टेशन पर हेल्पलाइन नंबर 08912884714 और 08912884715 जारी किए गए हैं, जहां से यात्री जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
आठ जिलों में यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, सरगुजा, रायगढ़, बिलासपुर और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश और हवाओं की संभावना जताई गई है। राजधानी रायपुर में भी सुबह से तेज हवाएं चल रही हैं।
फसल पर बारिश का असर
प्रदेश में बेमौसम बारिश से धान की फसल पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका है। किसानों की मेहनत पर पानी फिरने से आर्थिक नुकसान की संभावना बढ़ गई है। जिन किसानों की फसल कट चुकी है और सुरक्षित भंडारण नहीं हुआ है, उन्हें फसल भीगने का खतरा बना हुआ है।
मौसम के आंकड़े
पिछले 24 घंटों में प्रदेश का अधिकतम तापमान 30.3°C और न्यूनतम 19.2°C दर्ज किया गया। इस वर्ष अक्टूबर माह में अब तक 89.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो औसत 56.2 मिमी से 59% अधिक है। मानसून भले ही 15 अक्टूबर तक लौट गया हो, लेकिन ‘मोन्था’ के प्रभाव से प्रदेश में अब भी व्यापक वर्षा हो रही है।
कल से मौसम सामान्य
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात ‘मोन्था’ धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और कल से प्रदेश का मौसम सामान्य होने की संभावना है। हालांकि अगले कुछ दिनों तक ठंडी हवाएं और हल्की बारिश का सिलसिला कुछ क्षेत्रों में जारी रह सकता है।





