Bijapur News: खुशियों के बीच छा गया मातम: दीपावली की दोपहर तालाब में डूबे तीन मासूम, गांव में पसरा सन्नाटा
दीपावली की रौशनी में जब हर घर में दीप जल रहे थे, तब बीजापुर के पादेडा गांव में तीन घरों के चिराग सदा के लिए बुझ गए। मंगलवार दोपहर ग्राम पंचायत पादेडा के हिरोलीपारा में तीन मासूम बच्चे तालाब में डूब गए। इस दर्दनाक हादसे ने दीपावली की खुशियों को मातम में बदल दिया।

BIJAPUR NEWS. दीपावली की रौशनी में जब हर घर में दीप जल रहे थे, तब बीजापुर के पादेडा गांव में तीन घरों के चिराग सदा के लिए बुझ गए। मंगलवार दोपहर ग्राम पंचायत पादेडा के हिरोलीपारा में तीन मासूम बच्चे तालाब में डूब गए। इस दर्दनाक हादसे ने दीपावली की खुशियों को मातम में बदल दिया।
जानकारी के मुताबिक, दोपहर में गांव के तीन बच्चे खेलने के बाद तालाब में नहाने चले गए। पानी का स्तर अधिक होने के कारण वे धीरे-धीरे गहराई में चले गए और डूबने लगे। पास के ग्रामीणों ने शोर सुनकर दौड़ लगाई, लेकिन तब तक तीनों की सांसे थम चुकी थीं।
मृत बच्चों की पहचान मनिता हपका (6 वर्ष), नवीन हपका (4 वर्ष) और दिनेश कोरसा (5 वर्ष) के रूप में हुई है। तीनों आपस में रिश्तेदार थे और एक ही मोहल्ले के रहने वाले थे। गांव में दीपावली के दीप बुझ चुके हैं — हर घर से बस सिसकियों की आवाज़ें गूंज रही हैं।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि हादसा जिस तालाब में हुआ, वह बेहद गहरा है और हाल की बारिश से पानी का स्तर और भी बढ़ गया था। घटना के बाद प्रशासन ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।
ग्रामीणों ने बच्चों के परिजनों से अपील की है कि छोटे बच्चों को ऐसे गहरे जलाशयों के पास अकेले न जाने दें। हादसे के बाद पूरे गांव में शोक का माहौल है — दीपावली की रात की रौशनी अब सन्नाटे में बदल गई है।
“जहां दीप जलने थे, वहां अब मातम की लपटें हैं… तीन नन्हे दीपक बुझ गए, गांव अंधेरे में डूब गया।”






