छत्तीसगढ़
Bilaspur News: संगीतमय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा आज से, महर्षि स्कूल के पास होगा आयोजन
धार्मिक माहौल और आध्यात्मिक रसधारा से सराबोर होने जा रहा है शहर का मंगला वार्ड क्रमांक 14। यहाँ माँ भगवती निवास महर्षि स्कूल के पास 23 सितंबर से 1 अक्टूबर 2025 तक संगीतमय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव एवं वार्षिक श्राद्ध का भव्य आयोजन किया जा रहा है।

BILASPUR NEWS. धार्मिक माहौल और आध्यात्मिक रसधारा से सराबोर होने जा रहा है शहर का मंगला वार्ड क्रमांक 14। यहाँ माँ भगवती निवास महर्षि स्कूल के पास 23 सितंबर से 1 अक्टूबर 2025 तक संगीतमय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव एवं वार्षिक श्राद्ध का भव्य आयोजन किया जा रहा है।
यह आयोजन दिवंगत स्व. सुखनंदन प्रसाद श्रीवास (बाबू जी) की पुण्य स्मृति में उनके परिवारजनों द्वारा कराया जा रहा है। कथा व्यास के रूप में पं. संदीप तिवारी (मंगला वाले) प्रवचन देंगे। प्रतिदिन कथा का समय दोपहर 3 बजे से निर्धारित किया गया है।

23 सितंबर को कथा का शुभारंभ कलश यात्रा, श्रीगणेश पूजन, देवी आवाहन, मंगलाचरण और महात्म्य कथा से होगा। इसके बाद प्रतिदिन भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य जीवन प्रसंगों का वाचन और वर्णन किया जाएगा। 1 अक्टूबर को वार्षिक श्राद्ध की विधि के साथ आयोजन पूर्ण होगा।
कथा प्रसंग की तिथियां
24 सितंबर को कथा प्रारंभ, परीक्षित जन्म, हिरण्याक्ष वध
25 सितंबर को कपिल चरित्र, शिव चरित्र, ध्रुव प्रसंग, जड़भरत चरित्र की कथा
26 सितंबर को प्रहलाद चरित्र की कथा
27 सितंबर को गजेन्द्र मोक्ष, रामावतार व कृष्णावतार, नंदोत्सव 28 सितंबर को बाल चरित्र, माखन चोरी, रुक्मणी विवाह
29 सितंबर को सुदामा चरित्र की कथा
30 सितंबर को परीक्षित मोक्ष, भागवत चढ़ोत्तरी
1 सितंबर को गीता पाठ, तुलसी वर्षा, हवन-पूर्णाहूती, सहस्त्रधारा, विजर्सन, कुवारी भोज, ब्राम्हण भोज, भंडारा
24 सितंबर को कथा प्रारंभ, परीक्षित जन्म, हिरण्याक्ष वध
25 सितंबर को कपिल चरित्र, शिव चरित्र, ध्रुव प्रसंग, जड़भरत चरित्र की कथा
26 सितंबर को प्रहलाद चरित्र की कथा
27 सितंबर को गजेन्द्र मोक्ष, रामावतार व कृष्णावतार, नंदोत्सव 28 सितंबर को बाल चरित्र, माखन चोरी, रुक्मणी विवाह
29 सितंबर को सुदामा चरित्र की कथा
30 सितंबर को परीक्षित मोक्ष, भागवत चढ़ोत्तरी
1 सितंबर को गीता पाठ, तुलसी वर्षा, हवन-पूर्णाहूती, सहस्त्रधारा, विजर्सन, कुवारी भोज, ब्राम्हण भोज, भंडारा