Bilaspur News: हॉस्टल में फंदे से लटकी नर्सिंग छात्रा, अनजान कॉल्स बने मौत का रहस्य
सपनों को संजीवनी देने आई नर्सिंग की छात्रा यामिनी कोसले अब इस दुनिया में नहीं है। मंगलवार की शाम उसका शव हॉस्टल के कमरे में फांसी के फंदे पर झूलता मिला। इस दर्दनाक घटना ने न केवल उसके परिवार, बल्कि कॉलेज और पुलिस को भी सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है — आखिर ऐसी कौन-सी वजह थी जिसने एक मुस्कुराती छात्रा को आत्महत्या के लिए मजबूर किया?

BILASPUR NEWS. सपनों को संजीवनी देने आई नर्सिंग की छात्रा यामिनी कोसले अब इस दुनिया में नहीं है। मंगलवार की शाम उसका शव हॉस्टल के कमरे में फांसी के फंदे पर झूलता मिला। इस दर्दनाक घटना ने न केवल उसके परिवार, बल्कि कॉलेज और पुलिस को भी सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है — आखिर ऐसी कौन-सी वजह थी जिसने एक मुस्कुराती छात्रा को आत्महत्या के लिए मजबूर किया?
लोहरसी गांव की रहने वाली 22 वर्षीय यामिनी कोसले, बिलासपुर के संदीपनी नर्सिंग कॉलेज में फर्स्ट ईयर की छात्रा थी। वह पेंड्री के एक निजी हॉस्टल में रहती थी। मंगलवार सुबह वह सहेलियों के साथ कॉलेज गई, लेकिन दोपहर तक लौट आई। शाम 6:30 बजे जब उसकी रूममेट्स लौटीं, तो उन्होंने दरवाजा बंद पाया। जब अंदर झांका गया, तो यामिनी का शव पंखे से लटका मिला।
कॉल्स से जुड़ा रहस्य:
पुलिस जांच में सामने आया है कि यामिनी को लगातार अंजान नंबरों से फोन कॉल्स आ रहे थे। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि इन कॉल्स का उसकी मौत से कोई संबंध है या नहीं, लेकिन पुलिस ने मोबाइल कॉल डिटेल्स जब्त कर ली हैं और डिजिटल एंगल से भी जांच शुरू कर दी है।
कॉलज प्रबंधन और परिवार में सन्नाटा:
हॉस्टल प्रबंधन ने घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दी। मौके पर पहुंची टीम ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। बुधवार को परिजनों को शव सौंपा गया। माता-पिता दोनों प्राइवेट जॉब में हैं और बेटी की मौत की खबर सुनकर बेसुध हो गए।
क्या मानसिक दबाव या ब्लैकमेलिंग का था मामला?
पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या यामिनी किसी मानसिक दबाव, संबंधों की उलझन या ब्लैकमेलिंग का शिकार थी। फिलहाल कॉलेज के छात्रों और सहेलियों से भी पूछताछ की जा रही है।





