Bilaspur News:मासूम की चीखें सुनकर हरकत में आई पुलिस, प्रताड़ना करने वाली महिला गिरफ्तार
करगीरोड कोटा में 4 साल के बच्चे के साथ हो रही प्रताड़ना का मामला केवल पुलिस कार्रवाई नहीं, बल्कि समाज के सतर्क होने का भी बड़ा उदाहरण बन गया है। पड़ोसियों की ओर से लगातार होती चीखों की सूचना और चाइल्ड हेल्पलाइन की तत्काल प्रतिक्रिया ने मासूम को गंभीर हिंसा से बचा लिया।

BILASPUR NEWS. करगीरोड कोटा में 4 साल के बच्चे के साथ हो रही प्रताड़ना का मामला केवल पुलिस कार्रवाई नहीं, बल्कि समाज के सतर्क होने का भी बड़ा उदाहरण बन गया है। पड़ोसियों की ओर से लगातार होती चीखों की सूचना और चाइल्ड हेल्पलाइन की तत्काल प्रतिक्रिया ने मासूम को गंभीर हिंसा से बचा लिया।
वार्ड क्रमांक 01, राममंदिर चौक के पास रहने वाले लोग कई दिनों से बच्चे की रोने की आवाज़ें सुन रहे थे। संदेह बढ़ने पर उन्होंने चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 को सूचित किया। टीम मौके पर पहुँची और स्थिति गंभीर पाकर कोटा पुलिस को जानकारी दी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर पुलिस टीम तुरंत पहुंची। बच्चे की हालत देखकर टीम ने न केवल प्रताड़ना की पुष्टि की, बल्कि उसे सुरक्षित स्थान पर भेजने की प्रक्रिया भी शुरू की।
पुलिस ने कथित गोदनामा मां राजकुमारी भैना के खिलाफ BNS और किशोर न्याय अधिनियम के तहत गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। न्यायालय ने उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। बाल संरक्षण विशेषज्ञों का कहना है कि यह मामला बताता है कि शहर में बाल सुरक्षा तंत्र तभी प्रभावी हो सकता है जब समाज और प्रशासन दोनों मिलकर काम करें।
कोटा पुलिस ने पड़ोसियों, चाइल्ड हेल्पलाइन टीम और कार्रवाई में शामिल उपनिरीक्षक मीना ठाकुर, दीपिका लोनिया, आरक्षक दीप सिंह और प्रफुल्ल यादव के योगदान की सराहना की है। मासूम अब सुरक्षित है और उपचार व देखरेख के लिए विभागीय संरक्षण में रखा गया है।






