Bilaspur News: नवजात की मौत पर हंगामा, चार टीके एक साथ लगाने का आरोप
Bilaspur News: गांव और कस्बों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और लापरवाही की घटनाएं अकसर सामने आती रहती हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया जब एक नवजात बच्ची की मौत के बाद परिजनों और मोहल्लेवालों में आक्रोश फैल गया।

Bilaspur News: गांव और कस्बों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और लापरवाही की घटनाएं अकसर सामने आती रहती हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया जब एक नवजात बच्ची की मौत के बाद परिजनों और मोहल्लेवालों में आक्रोश फैल गया। बच्ची की मौत के बाद गुस्साए परिजन और स्थानीय लोग सीधे आंगनबाड़ी केंद्र पहुंच गए और स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर विरोध-प्रदर्शन किया।
नवजात की मौत के बाद गुस्से का माहौल
खबर मिलते ही बड़ी संख्या में मोहल्ले के लोग मृतक बच्ची के घर के पास जुटने लगे। सभी लोग नवजात का शव लेकर आंगनबाड़ी केंद्र पहुंच गए। परिजनों का आरोप था कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने लापरवाही की है, जिसके चलते बच्ची की जान गई। एएनएम को लगातार फोन किया गया, लेकिन उन्होंने किसी का कॉल रिसीव नहीं किया। इस रवैये ने लोगों की नाराजगी और बढ़ा दी।
चार टीके एक साथ लगाने का आरोप
परिजनों का सबसे बड़ा आरोप यह रहा कि नवजात को एक ही समय में चार अलग-अलग टीके लगाए गए थे। आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता ने जानकारी दी कि मंगलवार को कुल 32 बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया था। इसी दौरान एएनएम द्वारा नवजात को भी चार टीके लगाए गए। परिजनों का कहना है कि यही लापरवाही बच्ची की मौत का कारण बनी।
शव लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे परिजन
आंगनबाड़ी केंद्र पर प्रदर्शन के बाद गुस्साए परिजन और मोहल्लेवाले बच्ची का शव लेकर ट्रैक्टर से कलेक्ट्रेट पहुंच गए। यहां भी सभी ने जमकर नारेबाजी की और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की। पूर्व पार्षद श्याम पटेल और बबली खान ने परिजनों का समर्थन करते हुए मृतक के परिवार को 6 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की।
पुलिस ने रोका ट्रैक्टर
नवजात की मौत से आक्रोशित महिलाएं और पुरुष ट्रैक्टर भरकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। गुस्से में लोग ट्रैक्टर को परिसर के भीतर घुसाने की कोशिश करने लगे, लेकिन पुलिस ने समय रहते रोक लिया। चालक को पुलिस ने जमकर फटकार लगाई। हालांकि, लोगों ने प्रशासन पर यह आरोप भी लगाया कि नवजात की मौत की खबर देने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
हंगामे की सूचना मिलने पर तहसीलदार गरिमा सिंह मौके पर पहुंचीं। उन्होंने परिजनों और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया। उनकी समझाइश के बाद बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। अब जांच के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि नवजात की मौत का कारण वास्तव में टीकाकरण था या कोई अन्य वजह।