Pilot Meets Chaitanya Baghel in Raipur Jail: रायपुर जेल में चैतन्य बघेल से मिले सचिन पायलट, शराब घोटाले में ईडी की कार्रवाई और भाजपा के तंज पर कांग्रेस का पलटवार
Sachin Pilot Meets Chaitanya Baghel in Raipur Jail: कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता और छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचकर चैतन्य बघेल से भेंट की। यह मुलाकात सुबह करीब 8 बजे हुई जब पायलट रायपुर एयरपोर्ट से सीधे जेल पहुंचे।

Sachin Pilot Meets Chaitanya Baghel in Raipur Jail: कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता और छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचकर चैतन्य बघेल से भेंट की। यह मुलाकात सुबह करीब 8 बजे हुई जब पायलट रायपुर एयरपोर्ट से सीधे जेल पहुंचे। इस दौरान उनके साथ सह प्रभारी जरिता लैतफलांग, विजय जांगिड़ और अन्य कांग्रेस नेता भी मौजूद रहे। यह मुलाकात राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है।
भाजपा का तीखा हमला, कहा- दिल्ली में पप्पू और छत्तीसगढ़ में बिट्टू
इस राजनीतिक मुलाकात पर भाजपा विधायक पुरंदर मिश्रा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस की राजनीति अब केवल परिवार तक सीमित रह गई है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली में पप्पू और छत्तीसगढ़ में बिट्टू, यही कांग्रेस की पूरी रणनीति रह गई है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आर्थिक संकट के समय कांग्रेस ने मजदूरों को रोज़ी पर बुलाया था लेकिन उनका भुगतान नहीं किया, जिससे वे प्रदर्शन कर रहे हैं।
शराब घोटाले में फंसे चैतन्य बघेल, ईडी ने किया गिरफ्तार
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शराब घोटाले में पूछताछ के बाद 22 जुलाई को रायपुर स्पेशल कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में 4 अगस्त तक जेल भेज दिया। इससे पहले पांच दिनों तक ईडी ने उनसे पूछताछ की थी। ईडी के अनुसार, उन्हें घोटाले से संबंधित जवाब संतोषजनक नहीं मिले।
जांच में मिले सबूत, ईडी ने बताई गिरफ्तारी की वजह
ईडी के वकील सौरभ पांडेय ने कोर्ट में बताया कि उपलब्ध सबूतों से स्पष्ट होता है कि चैतन्य बघेल की भूमिका शराब घोटाले में सामने आई है। इसी के आधार पर उनके निवास पर छापेमारी की गई और पूछताछ में असहयोग के कारण मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत गिरफ्तारी की गई। सुप्रीम कोर्ट ने भी 21 जुलाई को टिप्पणी की थी कि राजनीतिक लड़ाइयाँ चुनावी मैदान में लड़ी जानी चाहिए, न कि जांच एजेंसियों के ज़रिए।
ईडी के आरोप और 1000 करोड़ के घोटाले की साजिश
ईडी के अनुसार, शराब व्यापारी लक्ष्मीनारायण बंसल उर्फ पप्पू ने बताया कि उन्होंने और चैतन्य बघेल ने मिलकर 1000 करोड़ रुपए से अधिक की राशि को प्रबंधित किया। यह कैश अनवर ढेबर से होते हुए दीपेन चावड़ा और राम गोपाल अग्रवाल तक पहुंचा। बताया गया कि 100 करोड़ रुपए नकद केके श्रीवास्तव को चैतन्य के कहने पर दिए गए। तीन महीने में बंसल को इस घोटाले से 136 करोड़ रुपए की कमाई हुई, यह बात बंसल ने पूछताछ में स्वीकार की है।
बचाव पक्ष का पक्ष, बताया लोन और फ्लैट ट्रांजैक्शन का सच
चैतन्य बघेल के वकील फैजल रिजवी ने कहा कि ईडी द्वारा उठाया गया पहला मुद्दा एक 5 करोड़ रुपए के लोन से जुड़ा है, जो 2019 में एक ज्वेलर्स से लिया गया था। अब तक करीब 2.21 करोड़ रुपए ब्याज के रूप में चुका दिए गए हैं और इससे संबंधित दस्तावेज फरवरी 2025 में ईडी को सौंपे गए थे। दूसरा मामला त्रिलोक सिंह ढिल्लन को बेचे गए 5 करोड़ के फ्लैट से जुड़ा है, जिसकी पूरी जानकारी ईडी को पहले ही दी जा चुकी थी, इसलिए चैतन्य से इस विषय में कोई पूछताछ नहीं की गई।