Medical City Bilaspur: बिलासपुर में बनेगी नई मेडिकल सिटी, 28 एकड़ में विकसित होगा डायग्नोस्टिक हब, केंद्र देगा 25% सहायता, 75% राशि पीपीपी से जुटेगी
कई बार गंभीर जांच कराने के लिए रायपुर तक जाना पड़ता है, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को समय और पैसे दोनों खर्च करने पड़ते हैं।

New medical City: बिलासपुर शहर में अब एजुकेशन सिटी की तर्ज पर आधुनिक मेडिकल सिटी की स्थापना की जाएगी। इस योजना के तहत नागरिकों को एक ही जगह पर तमाम किस्म की मेडिकल जांच और स्वास्थ्य सुविधाएं एक छत के नीचे सुलभ कराई जाएंगी।
फिलहाल शहर में जिला अस्पताल, सिम्स और अपोलो जैसे बड़े मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल मौजूद हैं, परंतु गंभीर और विशेष जाँच के लिए मरीजों को प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटर के चक्कर काटने पड़ते हैं। कई बार गंभीर जांच कराने के लिए रायपुर तक जाना पड़ता है, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को समय और पैसे दोनों खर्च करने पड़ते हैं।
नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने बताया कि मेडिकल सिटी प्रोजेक्ट की रुपरेखा पूरी तरह तैयार कर ली गई है। इस योजना का वित्तीय भार अरबन चैलेंज फंड के तहत केंद्र सरकार उठाएगी। इसमें केंद्र 25 प्रतिशत राशि ग्रांट के तौर पर प्रदान करेगा, जबकि बाकी 75 प्रतिशत निवेश पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप (PPP) मॉडल से जुटाया जाएगा।
मेडिकल सिटी के लिए भूमि चयन की प्रक्रिया भी तेज़ी से चल रही है। इस परियोजना के लिए मंगला, सकरी और रायपुर रोड इलाके में जमीन देखी जा रही है। मंगला क्षेत्र में नगर निगम के पास पहले से ही लगभग 28 एकड़ भूमि उपलब्ध है, जो घनी आबादी से सटी होने के कारण परियोजना के लिए उपयुक्त मानी जा रही है।
पूरी योजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने हेतु विशेषज्ञ कंसल्टेंट की नियुक्ति की जाएगी। इस संबंध में जल्द ही शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। जैसे ही ज़मीन को लेकर अंतिम निर्णय होगा, इसके बाद परियोजना को अमलीजामा पहनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी।
बिलासपुर में बनने वाली यह मेडिकल सिटी न केवल स्थानीय लोगों को अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं देगी, बल्कि आसपास के जिलों के लोगों को भी बड़ी राहत प्रदान करेगी। उम्मीद है कि इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट से बिलासपुर जल्द ही हेल्थकेयर के क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल करेगा।