Korba News: CSEB जनरेशन हाइडल प्लांट में बड़ा हादसा: तटबंध टूटते ही प्लांट जलमग्न, बिजली उत्पादन ठप
कोरबा के दर्री स्थित सीएसईबी जनरेशन हाइडल प्लांट में लापरवाही ने आज एक बड़े हादसे को जन्म दे दिया। स्टॉप डैम के तटबंध में मौजूद दरार महीनों से प्रबंधन को बताई जा रही थी, लेकिन सुधार के बजाय फाइलों में दबती रही—और नतीजा यह हुआ कि आज अचानक तटबंध टूट गया। तेज़ धारा का गंदा पानी सीधे प्लांट के भीतर घुस आया, जिससे पूरा हाइडल सिस्टम पानी में डूब गया।

KORBA NEWS. कोरबा के दर्री स्थित सीएसईबी जनरेशन हाइडल प्लांट में लापरवाही ने आज एक बड़े हादसे को जन्म दे दिया। स्टॉप डैम के तटबंध में मौजूद दरार महीनों से प्रबंधन को बताई जा रही थी, लेकिन सुधार के बजाय फाइलों में दबती रही—और नतीजा यह हुआ कि आज अचानक तटबंध टूट गया। तेज़ धारा का गंदा पानी सीधे प्लांट के भीतर घुस आया, जिससे पूरा हाइडल सिस्टम पानी में डूब गया।
जैसे ही पानी का तेज़ बहाव टरबाइन हाउस के भीतर दाखिल हुआ, प्लांट के अंदर मौजूद कर्मचारी घबराकर बाहर भागे। कई कर्मचारियों का कहना है कि तटबंध की कमजोरी और रिसाव को कई बार अधिकारियों को बताया गया था, लेकिन सुधार का काम टलता रहा। खुशकिस्मती से सभी कर्मचारी समय रहते बाहर निकल आए, और कोई जनहानि नहीं हुई।
85 kW हाइडल प्लांट पूरी तरह ठप—मशीनें पानी में डूबीं
पानी के घुसते ही हाइडल प्लांट की मुख्य मशीनरी, टरबाइन और पैनल क्षतिग्रस्त होने की आशंका गहराने लगी है। उत्पादन पूरी तरह बंद हो चुका है। प्रबंधन फिलहाल प्लांट से पानी निकालने और क्षतिग्रस्त तटबंध को दोबारा खड़ा करने में जुटा है।
नुकसान का अंदाजा लगाना भी मुश्किल—बहाली की कोई समय सीमा नहीं
अधिकारियों का कहना है कि नुकसान का आंकलन तभी हो पाएगा जब पानी पूरी तरह निकल जाएगा। वहीं बिजली उत्पादन कब बहाल होगा, इसका स्पष्ट जवाब कोई नहीं दे पा रहा।
स्थानीय कर्मचारियों का आरोप है कि यह हादसा प्राकृतिक नहीं, बल्कि प्रबंधन की लापरवाही से जन्मी तकनीकी आपदा है—जिसने पूरे हाइडल प्लांट को ठप कर दिया।





