Sawan 2025: सावन में महिलाएं जरूर पहनें ये 5 गोल्ड-सिल्वर ज्वैलरी, बढ़ेगा सौभाग्य और स्वास्थ्य
सावन का महीना हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है। इस पवित्र मास में महिलाएं भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा करती हैं। कहते हैं कि इस दौरान पूरा सोलह शृंगार करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

सावन में सुहागिनों के लिए खास क्यों हैं गोल्ड-सिल्वर ज्वैलरी | Why Gold-Silver Jewellery is Important for Married Women in Sawan
सावन का महीना हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है। इस पवित्र मास में महिलाएं भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा करती हैं। कहते हैं कि इस दौरान पूरा सोलह शृंगार करना अत्यंत शुभ माना जाता है। लेकिन अगर किसी कारणवश पूरा शृंगार संभव न हो पाए, तो कम से कम ये 5 सोने-चांदी की ज्वैलरी जरूर धारण करनी चाहिए। इससे भाग्य प्रबल होता है और तन-मन स्वस्थ रहता है।
कानों में सोने की बालियां पहनना क्यों जरूरी | Importance of Gold Earrings in Sawan
मान्यता है कि हिंदू धर्म में कर्ण छेदन संस्कार का विशेष महत्व है। बच्चे से लेकर बड़े तक, कान में छेद कराना परंपरा है। शास्त्रों में माना जाता है कि पूजा-पाठ के समय कानों को खाली नहीं छोड़ना चाहिए। खासकर सोने की बालियां पहनना शुभ और सकारात्मक ऊर्जा देने वाला माना गया है।
नथ पहनने के पीछे की धार्मिक वजह | Religious Significance of Nose Ring (Nath)
भारतीय परंपरा में महिलाओं का नाक छिदवाना सिर्फ शोभा बढ़ाने के लिए नहीं है। विज्ञान भी मानता है कि नथ पहनने से माहवारी के दर्द में आराम मिलता है और शरीर में पॉजिटिविटी बनी रहती है। सावन में माता पार्वती के पूजन के दौरान नथ को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इसलिए पूजा में नथ अवश्य पहननी चाहिए।
मांगटीका क्यों पहनें सावन में | Why Wear Maang Tikka in Sawan
मांगटीका महिलाओं के लिए सुहाग का प्रतीक है। इसे सिर के बीच में लगाया जाता है, जिससे सिंदूर सुरक्षित रहता है और नज़रदोष से बचाव होता है। दुल्हन को भी मांगटीका इसी कारण पहनाया जाता है। सावन में जब महिलाएं शिव-पार्वती की पूजा करती हैं, तो मांगटीका पहनना बहुत ही शुभ माना गया है।
चांदी की बिछिया का महत्व | Significance of Silver Toe Rings (Bichhiya)
पैर की उंगलियों में चांदी की बिछिया पहनने से महिलाओं के मासिक चक्र नियमित रहते हैं। साथ ही गर्भाशय से जुड़ी परेशानियों में राहत मिलती है। मान्यता है कि बिछिया देवी लक्ष्मी को प्रिय होती है। इसलिए सौभाग्य बढ़ाने और लक्ष्मी कृपा पाने के लिए सुहागिनों को बिछिया पहननी चाहिए।
पायल क्यों बढ़ाती है सौभाग्य | Why Anklet (Payal) is Auspicious in Sawan
पायल केवल पाँव की शोभा ही नहीं बढ़ाती, बल्कि घर में सकारात्मक माहौल भी लाती है। पायल के घुंघरू जब बजते हैं, तो घर में शुभता बनी रहती है। सावन के व्रत और पूजा के समय पायल जरूर पहननी चाहिए। इससे दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि आती है।