छत्तीसगढ़
		
	
	
Hanumaan Janmotasav 2025: हनुमान चालीसा पढ़ने से होेते हैं दुख दूर, जानें पढ़ने के नियम
हनुमान जन्मोत्सव भगवान हनुमान के जन्म का उत्सव है। हनुमान जी को शक्ति, भक्ति और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। हनुमान जन्मोत्सव हर साल बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भक्त भगवान हनुमान की पूजा और कठिन उपवास करते हैं।

HANUMAN JANMOTASAV NEWS: हनुमान जन्मोत्सव भगवान हनुमान के जन्म का उत्सव है। हनुमान जी को शक्ति, भक्ति और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। हनुमान जन्मोत्सव हर साल बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन  भक्त भगवान हनुमान की पूजा और कठिन उपवास करते हैं। इस दिन हनुमान चालीसा पाठ का भी बड़ा महत्व है। हनुमान चालीसा एक शक्तिशाली पाठ है, जो भगवान हनुमान को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी प्रकार के संकटों और बाधाओं का नाश होता है, तो आइए हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर इससे जुड़े विशेष उपाय जानते हैं।
संकटों से मुक्ति के लिए 
अगर आप किसी संकट या परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा माना जाता है कि इससे आपको संकटों से मुक्ति मिलेगी। 				
				
क्लेश मुक्ति के लिए
अगर आप झगड़े से परेशान हैं, तो आज के दिन शाम को हनुमान जी मंदिर में जाएं। गुड़ और चने का दान करें। इसके बाद मंदिर में ही बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ भाव के साथ करें। हनुमान चालीसा पाठ के आधा घंटे पहले और आधा घंटे बाद तक किसी से बात न करें। अंत में आरती करें। ऐसा करने से घर में सुख-शांति का वास होगा और रिश्तों में मधुरता आएगी। 
शनि दोष से मुक्ति के लिए 
अगर आपकी कुंडली में शनि दोष है, तो हनुमान जन्मोत्सव यानी आज के दिन हनुमान  की विधिवत पूजा करें। फिर हनुमान चालीसा का पाठ करें। पीपल या फिर शमी के पेड़ के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा करने से शनि पीड़ा से मुक्ति मिलेगी।हनुमान चालीसा पाठ के लाभ
हनुमान चालीसा का इस तरह से करें पाठ
हनुमान चालीसा का इस तरह से करें पाठ
हनुमान चालीसा पाठ के लाभ
हनुमान चालीसा का पाठ करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
हनुमान चालीसा पाठ से पुरानी से पुरानी बीमारी ठीक होती है।
हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
हनुमान चालीसा पाठ से भय से मुक्ति मिलती है।
हनुमान चालीसा का इस तरह से करें पाठ
-हनुमान जन्मोत्सव के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान करें।
-साफ व लाल रंग के कपड़े पहनें।
-भगवान हनुमान की मूर्ति या तस्वीर के सामने बैठें।
-धूप और दीप जलाएं।
-भगवान हनुमान को सिंदूर, तुलसी की माला और लड्डू चढ़ाएं।
-पवन पुत्र और भगवान राम का ध्यान करें।
-फिर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
-अंत में आरती करें।
-फिर भगवान हनुमान से अपनी मनोकामना बोलें।
 
					 
					






 
					