चौकी जूनापारा द्वारा “राखी विथ खाकी” का संदेश एवं साथ ही आवारा बेसहारा पशुओं की सुरक्षा व्यवस्था
बिलासपुर पुलिस द्वारा जिले में तैनात अलग-अलग पुलिस अधीक्षकों के माध्यम से अपराधों में अंकुश लगाने समय-समय पर अलग-अलग अभियान चलाया जाता रहा है

बिलासपुर पुलिस द्वारा जिले में तैनात अलग-अलग पुलिस अधीक्षकों के माध्यम से अपराधों में अंकुश लगाने समय-समय पर अलग-अलग अभियान चलाया जाता रहा है जैसे तत्कालीन पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री संतोष सिंह जी के द्वारा नशा के विरुद्ध निजात अभियान के तहत बहुत सी कार्रवाई कराई गई थी जिसका प्रभाव उनके कार्यकाल के दौरान पूरे बिलासपुर शहर में देखने को मिल रहा था वर्तमान में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री रजनीश सिंह जी के द्वारा भी पूरे बिलासपुर जिला के प्रत्येक थानों एवं चौकीयों में अपनी पुलिस टीम के साथ “चेतना अभियान”, ” आओ सवेरे कल अपना अभियान ” “सियान चेतनाअभियान” ” यातायात अभियान” “ऑपरेशन मुस्कान अभियान” ” मानस नेशनल नारकोटिक्स हेल्पलाइन डायल 1933 अभियान” को पूरे जोर-शोर के साथ जिला में अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहा है जिसका नजारा प्रत्येक थाना एवं चौकी के साथ समाचार पत्रों एवं मीडिया के माध्यम से पूरे देश में देखने को मिल रहा है, आज भाई-बहनों के रक्षाबंधन जैसे पवित्र त्यौहार एवं विश्व आदिवासी दिवस में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक(ग्रामीण) श्रीमती अर्चना झा एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (कोटा) श्रीमती नूपुर उपाध्याय द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर के द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने हेतु थाना एवं चौकी को ऑनलाइन निर्देशित किया गया था
जिसके चलते चौकी जूनापारा पुलिस टीम द्वारा ग्राम विजयपुर स्थित विजयपुर किला में बिरसा मुंडा ,रानी दुर्गावती, गोंडवाना चिन्ह सल्ले घाघरा, की मूर्तियों को एवं बूढ़ामहादेव मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था दी गई उसके बाद जूनापारा चौकी प्रभारी श्री संजीव कुमार ठाकुर द्वारा अपने पुलिस स्टाफ के साथ चौकी के सामने यातायात अभियान के तहत मोटर चैकिंग कर राखी विथ खाकी का संदेश दो से अधिक सवार मोटरसाइकिल में सफर करने वाले चालकों को रोक कर दिया गया, और पूरे स्टाफ द्वारा यातायात नियमों की समझाइए दी गई साथ ही रक्षाबंधन त्यौहार में रक्षा सूत्र राखी बांधकर मिठाइयां खिलाकर समझाइश देकर विदा किया गया तत्पश्चात मुख्य सड़क मार्ग में घूम रहे आवारा पशुओं एवं बेसहारा पशुओं के गले में रेडियम येलो बेल्ट पहनाया गया ताकि आवारा पशुओं से होने वाले सड़क दुर्घटना को रोका जा सके।