छत्तीसगढ़
Bilaspur News: बेलगहना में दर्दनाक हादसा: कुएं में उतरे दो सगे भाइयों की मौत, गांव में पसरा मातम
बिलासपुर जिले के बेलगहना इलाके में शुक्रवार को एक हृदयविदारक हादसे में दो सगे भाइयों की जान चली गई। यह घटना ग्राम करही कछार के डीपरापारा मोहल्ले की है, जहाँ एक पुराने कुएं की सफाई के दौरान ऑक्सीजन की कमी ने दो ज़िंदगियाँ निगल ली।

BILASPUR NEWS. बिलासपुर जिले के बेलगहना इलाके में शुक्रवार को एक हृदयविदारक हादसे में दो सगे भाइयों की जान चली गई। यह घटना ग्राम करही कछार के डीपरापारा मोहल्ले की है, जहाँ एक पुराने कुएं की सफाई के दौरान ऑक्सीजन की कमी ने दो ज़िंदगियाँ निगल ली।
ये भी पढ़ें:Earth quake: दिल्ली-NCR में फिर कांपी धरती, 10 सेकंड तक महसूस हुए भूकंप के झटके तीव्रता 4.4, हरियाणा के झज्जर में रहा केंद्र; छह महीने में तीसरी बार आया भूकंप
बता दें, 35 वर्षीय दिलीप पटेल सुबह-सुबह अपने घर के पास स्थित पुराने कुएं की सफाई के लिए नीचे उतरे। कुछ ही मिनटों बाद वह अंदर ही बेहोश हो गए। यह देख पास में मौजूद उनका छोटा भाई, 30 वर्षीय दिनेश पटेल, उन्हें बचाने के लिए तुरंत कुएं में कूद पड़ा। लेकिन, वह भी उसी जहरीले माहौल का शिकार हो गया और बाहर नहीं निकल सका। कुएं के भीतर ऑक्सीजन की भारी कमी और संभवतः जहरीली गैस के कारण दोनों भाई बेहोश हो गए और कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई।
रेस्क्यू और पुलिस की कार्रवाई
ग्रामीणों ने घटना के तुरंत बाद बेलगहना पुलिस चौकी को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस और रेस्क्यू टीम ने दोनों भाइयों के शव को कुएं से बाहर निकाला। शवों को पोस्टमार्टम के लिए कोटा अस्पताल भेजा गया है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि कुआं काफी समय से उपयोग में नहीं था और उसमें गैस भर चुकी थी, जिससे ऑक्सीजन की मात्रा बेहद कम हो गई थी।

ये भी पढ़ें:Water leak in fridge: फ्रिज से पानी लीक हो रहा है? घर बैठे इन आसान तरीकों से करें ठीक, मैकेनिक की जरूरत नहीं
फॉरेंसिक और मेडिकल पहलू
डॉक्टरों और विशेषज्ञों के मुताबिक, कुओं में लंबे समय तक बंद रहने से मीथेन या अन्य जहरीली गैसें बन जाती हैं। ऐसी गैसें ऑक्सीजन को विस्थापित कर देती हैं, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है। यह हादसा भी संभवतः इसी कारण से हुआ है।
गांव में मातम, परिवार का रो-रो कर बुरा हाल
दिलीप और दिनेश पटेल अपने परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य थे। उनके जाने से माता-पिता, पत्नी-बच्चे और पूरे मोहल्ले में मातम पसरा हुआ है। गांव के लोगों ने प्रशासन से आर्थिक सहायता और सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसे हादसे टाले जा सकें।
प्रशासन की चेतावनी और अपील
प्रशासन की ओर से लोगों को यह सलाह दी गई है कि किसी भी पुराने और लंबे समय से बंद पड़े कुएं या टैंक की सफाई या मरम्मत करने से पहले:
-पहले गैस और ऑक्सीजन स्तर की जांच करवाएं
-बिना सुरक्षा उपकरण और रस्सियों के अंदर न जाएं
-नगरपालिका या फायर ब्रिगेड की मदद लें
ये भी पढ़ें:कपूर और नींबू के छिलके उबालने के जबरदस्त फायदे | Kitchen Hacks in Hindi
यह हादसा एक सीख है
बेलगहना की यह घटना केवल एक हादसा नहीं, बल्कि चेतावनी है उन सभी लोगों के लिए जो लापरवाही से कुएं या गड्ढों की सफाई के लिए उतर जाते हैं।
सुरक्षा के प्रति थोड़ी सी सजगता कई ज़िंदगियों को बचा सकती है।