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Shivratri Upay: सावन शिवरात्रि 2025 पर करें ये 5 अचूक उपाय, भगवान शिव होंगे प्रसन्न | Powerful Remedies on Sawan Shivratri to Please Lord Shiva

Sawan Shivratri 2025 Ke Upay in Hindi:हिंदू धर्म में सावन मास की शिवरात्रि को विशेष पुण्यदायी और फलदायी माना गया है। हर माह शिवरात्रि का पर्व आता है, लेकिन सावन में पड़ने वाली शिवरात्रि का महत्व सबसे अधिक होता है।

Sawan Shivratri 2025 Ke Upay in Hindi:हिंदू धर्म में सावन मास की शिवरात्रि को विशेष पुण्यदायी और फलदायी माना गया है। हर माह शिवरात्रि का पर्व आता है, लेकिन सावन में पड़ने वाली शिवरात्रि का महत्व सबसे अधिक होता है। वर्ष 2025 में सावन शिवरात्रि का पर्व 2 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन पूजा-पाठ, दान और व्रत से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। इस बार सावन शिवरात्रि पर गुरु पुष्य योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस पावन अवसर पर किए गए उपायों से भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

1. Jal Se Abhishek: शिवलिंग पर जल व दूध से अभिषेक करें, हर कार्य में मिलेगी सफलता

सावन शिवरात्रि के दिन ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। इसके बाद शिवलिंग का जल, कच्चा दूध, शहद, गंगाजल, गन्ने का रस और घी से ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करते हुए अभिषेक करें। अभिषेक के पश्चात बेलपत्र, चंदन, अक्षत आदि शिवलिंग पर अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन के सभी कष्टों का नाश होता है और कार्यों में आने वाली रुकावटें दूर होती हैं।

2. Ratri Jagran: शिवरात्रि की रात करें जागरण और शिव चालीसा का पाठ

धार्मिक मान्यता के अनुसार सावन शिवरात्रि को रातभर जागरण करने से विशेष फल प्राप्त होता है। इसे अहोरात्रि व्रत भी कहा जाता है। इस दिन रात को शिव चालीसा, महामृत्युंजय मंत्र और शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करें। ऐसा करने से भाग्य जागृत होता है और जीवन में धन-धान्य की वृद्धि होती है।

3. Chaar Prahar Puja: चार प्रहर की पूजा से प्राप्त होता है मोक्ष और भोग

शिव पुराण में सावन शिवरात्रि की चार प्रहर पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन शिवलिंग का चार प्रहर में जल, दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से क्रमवार अभिषेक करें। हर प्रहर में अलग-अलग भोग अर्पित करें और भगवान शिव के 108 नामों का स्मरण करें। ऐसा करने से व्यक्ति को भौतिक सुखों के साथ-साथ मोक्ष की भी प्राप्ति होती है।

4. Swastik aur Deepak: घर के द्वार पर स्वास्तिक और ईशान कोण में दीपक जलाएं

सावन शिवरात्रि के दिन घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। इसके बाद प्रदोष काल में शिव पूजन करें और घर के ईशान कोण में दीपक जलाएं। मान्यता है कि इससे कालसर्प दोष, ग्रहदोष और वास्तु दोष से मुक्ति मिलती है और घर में सुख-शांति का वास होता है।

5. Tripund aur Daan: शिवलिंग पर बनाएं त्रिपुंड, करें गेहूं-जौ का दान

पूजन के समय शिवलिंग पर सफेद चंदन से त्रिपुंड (तीन रेखाएं) बनाएं। यह त्रिपुंड भगवान शिव का प्रिय है और इसे लगाने से मानसिक शांति प्राप्त होती है। इसके अतिरिक्त इस दिन गेहूं, जौ, तिल और सफेद वस्त्र का दान करना विशेष शुभ माना जाता है। ऐसा करने से रोगों से छुटकारा मिलता है और सभी कार्यों में सफलता मिलती है।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी धर्मग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित है। इन्हें अपनाने से पहले किसी विद्वान ब्राह्मण या ज्योतिषाचार्य से सलाह अवश्य लें।

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