Raipur News:बिहार में NDA की बंपर जीत के बाद विपक्ष का हमला तेज, भूपेश बघेल बोले, ये बीजेपी नहीं, चुनाव आयोग की जीत है
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की ऐतिहासिक बढ़त के बाद विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग, SIR और EVM पर गंभीर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, दोनों ने ही बीजेपी की प्रचंड जीत पर तंज कसते हुए इसे “तकनीक और तंत्र का खेल” बताया है।

RAIPUR/PATNA NEWS. बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की ऐतिहासिक बढ़त के बाद विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग, SIR और EVM पर गंभीर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, दोनों ने ही बीजेपी की प्रचंड जीत पर तंज कसते हुए इसे “तकनीक और तंत्र का खेल” बताया है।
भूपेश बघेल का आरोप—“90% स्ट्राइक रेट बिना सिस्टम की मदद के नहीं हो सकता”
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिहार रुझानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महाराष्ट्र, हरियाणा और अब बिहार—तीनों राज्यों में बीजेपी का लगभग 90% स्ट्राइक रेट आना सामान्य नहीं है।
बघेल ने आरोप लगाया—
- “यह बीजेपी की जीत नहीं, चुनाव आयोग और बीजेपी की संयुक्त जीत है।”
- “SIR में 64 लाख नाम काटे गए।”
- “हरियाणा से लोगों को ट्रेनों में भरकर बिहार लाया गया और वोट डलवाए गए।”
- “चुनाव आयोग की भूमिका संदिग्ध है, लोकतंत्र खतरे में है।”
उन्होंने कहा कि जब तक चुनाव आयोग अपनी पारदर्शिता साबित नहीं करता, तब तक ऐसे नतीजों पर सवाल उठना स्वाभाविक है।
कांग्रेस ने भी हार का ठीकरा SIR और EVM पर फोड़ा
बिहार में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी ने भी SIR और EVM की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने X पर लिखा—
- “62 लाख वोट कटे, 20 लाख जुड़े और इनमें से 5 लाख वोट बिना SIR फॉर्म के जोड़े गए।”
- “कटे हुए वोटों में ज्यादातर गरीब, दलित और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग शामिल हैं।”
- “EVM पर तो पहले से ही शंका बनी हुई है।”
उन्होंने कांग्रेस हाईकमान को भी नसीहत दी कि अब लड़ाई ग्राउंड कनेक्ट की है, न कि सिर्फ रैलियों और बड़े मंचों की।
साथ ही उन्होंने विजयी प्रत्याशियों को बधाई भी दी।
NDA दो सौ पार: बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी
चुनाव आयोग के पार्टी-वार रुझानों के मुताबिक—
- बीजेपी: 94 सीटों पर आगे
- जेडी(यू): 84 सीटें
- आरजेडी: 25 सीटें
- लोजपा (रामविलास): 19 सीटें
- कांग्रेस: 4 सीटें
- अन्य दल/निर्दलीय: 9 सीटें
243 में से सभी सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं और एनडीए गठबंधन 200 से अधिक सीटों के आंकड़े को पार करता दिख रहा है। रुझान लगातार NDA के पक्ष में और मजबूत होते जा रहे हैं।






