Bilaspur News: प्यार, धोखा और धमकी, दो कहानियां, एक सच्चाई, बिलासपुर में रिश्तों की आड़ में बढ़ता ब्लैकमेल और अपराध
बिलासपुर में एक बार फिर रिश्तों के नाम पर अपराध का भयावह चेहरा सामने आया है। एक तरफ मर्चेंट नेवी के इंजीनियर पर शादी का झांसा देकर युवती से दुष्कर्म और अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी का आरोप लगा है, वहीं दूसरी ओर इसी शहर में कुछ दिन पहले एक 29 साल के इंजीनियर ने प्रेम में धोखा खाने के बाद आत्महत्या कर ली थी।

BILASPUR NEWS. बिलासपुर में एक बार फिर रिश्तों के नाम पर अपराध का भयावह चेहरा सामने आया है। एक तरफ मर्चेंट नेवी के इंजीनियर पर शादी का झांसा देकर युवती से दुष्कर्म और अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी का आरोप लगा है, वहीं दूसरी ओर इसी शहर में कुछ दिन पहले एक 29 साल के इंजीनियर ने प्रेम में धोखा खाने के बाद आत्महत्या कर ली थी। दोनों घटनाएं बताती हैं कि प्यार और भरोसे की आड़ में किस तरह ब्लैकमेल और मानसिक शोषण का जाल फैलता जा रहा है।
रांची की रहने वाली पीड़िता सरकण्डा इलाके में किराए के मकान में रहकर प्राइवेट काम करती है। बीते दिनों दिल्ली एयरपोर्ट पर उसकी मुलाकात रांची के रहने वाले रोशन कुमार सिन्हा, मर्चेंट नेवी इंजीनियर से हुई। बातचीत के सिलसिले ने जल्द ही नजदीकियों का रूप ले लिया। पीड़िता का आरोप है कि आरोपी ने शादी का वादा कर शारीरिक संबंध बनाए, लेकिन जब उसने शादी के लिए दबाव डाला तो जाति का हवाला देकर इनकार कर दिया। इतना ही नहीं, आरोपी ने युवती को डराने के लिए अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी भी दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी फिलहाल बैंगलोर में कार्यरत बताया जा रहा है और उसकी तलाश जारी है।
धोखे के आरोप में इंजीनियर की आत्महत्या
कुछ ही हफ्ते पहले बिलासपुर में एक और दर्दनाक घटना हुई थी। 29 वर्षीय इंजीनियर गौरव सवन्नी ने उसलापुर रेलवे ट्रैक पर कूदकर आत्महत्या कर ली थी। मौके से मिले सुसाइड नोट में उसने लिखा — “मैंने प्यार में धोखा खाया है।”
गौरव ने बताया था कि दिल्ली की एक युवती ने पहले नजदीकियां बढ़ाईं और बाद में रेप केस दर्ज करा दिया। जेल जाने और समाजिक अपमान के बाद वह डिप्रेशन में चला गया और आखिरकार अपनी जान दे दी।
रिश्तों की सच्चाई: भरोसे की जगह अब ब्लैकमेल
दोनों घटनाओं ने समाज में एक गंभीर सवाल खड़ा किया है — क्या प्यार और भरोसे की जगह अब स्वार्थ और ब्लैकमेलिंग ने ले ली है? मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, ऐसे मामलों में पीड़ित पक्ष — चाहे पुरुष हो या महिला — दोनों को ही गंभीर मानसिक तनाव झेलना पड़ता है। कानूनी और भावनात्मक दोनों स्तर पर समाज को समझना होगा कि हर रिश्ता भरोसे पर टिका होता है, और जब यह भरोसा टूटा, तो अपराध जन्म लेता है।
 
					 
					





 
					