छत्तीसगढ़

Crime News Bilaspur:रिश्वत लेते पकड़ाया रेलवे अफसर, करोड़ों का ठेका देने मांगे थे 32 लाख रुपये

सरकारी तंत्र को खोखला करने वाले रिश्वत खोर अफसरों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। प्रदेश में एक बार फिर से लाखों रुपये की घूस लेने वाले रेलवे के चीफ इंजीनियर को रंगे हाथ पकड़ा है।

CRIME NEWS BILASPUR. सरकारी तंत्र को खोखला करने वाले रिश्वत खोर अफसरों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। प्रदेश में एक बार फिर से लाखों रुपये की घूस लेने वाले रेलवे के चीफ इंजीनियर को रंगे हाथ पकड़ा है। बताया जा रहा है कि रेलवे के करोड़ों का ठेका दिलाने के नाम पर रिश्वत मांगी थी। सीबीआई ने इस मामले में रिश्वत लेने वाले चीफ इंजीनियर विशाल आनंद को तो गिरफ्तार किया ही है। साथ ही रिश्वत देने वाले ठेकेदार सुशील झाझरिया और उसके कर्मचारी मनोज पाठक को भी हिरासत में लिया है।

ये खबर भी पढ़ेंःAaj Ka Rashifal 26 April 2025: मेष, तुला और मकर राशि के जातकों के लिए बना है वरिष्ठ योग, जानिए आज का दिन आपके लिए कैसा रहेगा

बता दें, मामला बिलासपुर रेलवे जोन का है। जहां पर रेलवे अधिकारी ने रेलवे के करोड़ों का ठेका दिलाने के लिए ठेकेदार से 32 लाख रुपये की मांग की थी। रेलवे अधिकारी ने रिश्वत की राशि को खुद लेने के बजाए रांची में अपने भाई कुणाल आनंद को देने के लिए कही थी। जानकारी के मुताबिक सुशील झाझरिया ने अपने कर्मचारी को रिश्वत की राशि लेकर रांची भेजा। जैसे ही मनोज पाठक 32 लाख रुपये कुणाल आनंद को दिए वैसे ही सीबीआई की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। बरामद की गई राशि चीफ इंजीनियर के भाई के पास से मिली है।

ये खबर भी पढ़ेंःCrime News Bilaspur: शादी का झांसा देकर PHE के SDO ने महिला डॉक्टर से की रेप, 7 साल तक करता रहा शारीरिक शोषण, जानिए पूरा मामला

इस ठेके के लिए मांगी थी रिश्वत
सीबीआई जांच में सामने आया कि चीफ इंजीनियर ने रिश्वत ठेकेदार की कंपनी झाझरिया निर्माण लिमिटेड को बड़ा प्रोजेक्ट दिलाने के लिए मांगी थी। इस प्रोजेक्ट में रेलवे ओवर ब्रिज, रेलवे अंडर ब्रिज, पुल निर्माण और ट्रैक लाइनिंग जैसे काम होते हैं।

ये खबर भी पढ़ेंःFood Poisoning News: शादी समारोह में भोजन खाने के बाद बिगड़ी 45 लोगों की तबियत, उल्टी-दस्त होने पर भर्ती किया अस्पताल में, एक की हालत नाजुक

सीबीआई की जांच में सामने आया कि चीफ इंजीनियर विशाल आनंद 21 अप्रैल को ठेकेदार सुशील झाझरिया से उसकी कंपनी के ऑफिस में मुलाकात की थी वहीं पर रिश्वत की राशि तय की गई थी। इस मामले में सीबीआई की 8 सदस्यी टीम ने ठेकेदार के ऑफिस में छापा मारा। टीम ने कंपनी के दस्तावेज, फाइलें और डिजिटल डेटा की भी जांच की।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *