Crime News: लगरा में पंचायत चुनाव के दौरान बवाल, पोलिंग पार्टी को रोका, पुलिस पहुंची तो किया पथराव
मामला मोपका क्षेत्र से लगे ग्राम लगरा पंचायत की है। जहां पर दूसरे चरण के चुनाव में मतदान हुआ। मतदान शांति पूर्वक हुआ लेकिन जब मतगणना हुई तो सरपंच पद की प्रत्याशी पद्यावती कांगो अपने पति व समर्थकों के साथ पोलिंग पार्टी को पुनः मतगणना के लिए दबाव बनाया।

CRIME NEWS BILASPUR. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में मतदान व परिणाम सामने आए। वहीं इस दौरान लगरा ग्राम पंचायत में पंचायत चुनाव का परिणाम अपने पक्ष में नहीं आने पर सरपंच प्रत्याशी ने रिकाउंटिंग के लिए बवाल किया। फिर पोलिंग पार्टी को रोका और रिकाउंटिंग के लिए दबाव बनाते रहें। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंची। पोलिंग पार्टी को वहां से निकाला। इस दौरान सरपंच प्रत्याशी के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस पर पत्थरबाजी की। इससे पुलिस की गाड़ी टूटी व कई लोगों को चोट आयी। पुलिस ने इस मामले में 9 को गिरफ्तार किया है।
बता दें, मामला मोपका क्षेत्र से लगे ग्राम लगरा पंचायत की है। जहां पर दूसरे चरण के चुनाव में मतदान हुआ। मतदान शांति पूर्वक हुआ लेकिन जब मतगणना हुई तो सरपंच पद की प्रत्याशी पद्यावती कांगो अपने पति व समर्थकों के साथ पोलिंग पार्टी को पुनः मतगणना के लिए दबाव बनाया। पोलिंग पार्टी को रोक लिया और उन्हें जाने नहीं दिया। इसकी सूचना पुलिस को मिली तो पुलिस वहां पहुंची। पुलिस ने पोलिंग पार्टी को सकुशल बाहर निकाला।
इसके बाद वहां उपस्थित लोगों ने पत्थरबाजी की व पुलिस वालों पर प्राणघातक हमला करने का प्रयास किया। इस हंगामे के बीच कई लोग घायल हुए और पुलिस की गाड़ियों में भी तोड़-फोड़ की गई। इस मामले में पुलिस ने विधिवत कार्रवाई करते हुए 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी।
विधिवत की गई कार्रवाई
पुलिस अधिकारी उदयन बेहर ने बताया कि पंचायत चुनाव के दौरान पोलिंग पार्टी को रोका हुआ था। उन्हें आने नहीं दे रहे थे इसकी सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और पुलिस ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने हंगामा मचाया। पत्थरबाजी की साथ ही पुलिस पेट्रोलिंग वाहन को भी नुकसान पहुंचाया।
सही मतगणना नहीं होने का आरोप
ग्रामीणों ने इस घटना को नकारते हुए पोलिंग पार्टी पर गलत मतगणना का आरोप लगाया है। वहीं कुछ ग्रामीणों का कहना है कि मतदान के बाद मतगणना के दौरान 3 से 4 बार लाइट बंद कर दिया गया। इतना ही नहीं पोलिंग पार्टी पर पक्षपात का आरोप भी लगाया है। वोट काउंटिंग के बाद पोलिंग पार्टी ने मतों की संख्या नहीं बताई और न ही हार का अंतर कितना रहा और कौन जीता यह सब घोषणा नहीं की थी। स्वतः ही चश्मा छाप का प्रत्याशी जीत गया कह कर जश्न मनाने लगे। इसी बात को लेकर महिलाओं ने धरना दिया। इसके अलावा बाद में जब बात नहीं मानी गई तो पथराव करने की बात कहीं। इस पूरे कार्रवाई में संशय बना हुआ है। ग्रामीण इस मतगणना को पूरी तरह से गलत बता रहे हैं।
ग्रामीणों ने इस मामले में बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला पर आरोप लगाया है कि उन्हीं के दबाव में मतगणना सही से नहीं हुआ है और उन्होंने ही महिला समूह की महिलाओं को गिरफ्तार कराया है जो उनके लिए ही काम करती थी। ग्रामीणों ने विधायक की भूमिका इस चुनाव में संदिग्ध बताया है।