Cyber Crime News: जालसाजों ने SECL के रिटायर्ड अफसर को लिया झांसे में, 10 लाख 23 हजार ठगे इंश्योरेंस पॉलिसी के चेक के नाम से
मामला सकरी थाना क्षेत्र का है। जहां पर परसदा स्थित सृष्टि कॉलोनी निवासी बृजनंदन सिंह उम्र 66 वर्ष एसईसीएल के रिटायर्ड अफसर है। वर्ष 2008 में उन्होंने मैक्स इंश्योरेंस कंपनी की पॉलिसी ली थी। 4 जनवरी को दोपहर में उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया।

CYBER CRIME NEWS. साइबर क्राइम की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। जालसाजों से कोई भी नहीं बच पा रहा है। चाहे आदमी पढ़ा-लिखा हो या फिर न हो। हर किसी को जालसाज अपनी जाल में फंसा लेते है। इस बार शहर में जालसाजों ने एसईसीएल के रिटायर्ड अफसर को अपना शिकार बनाया है। जालसाजों ने रिटायर्ड अफसर से कहा कि इंश्योरेंस पॉलिसी का चेक आया है लोकपाल अधिकारी बनकर 10 लाख 23 हजार रुपये की ठगी की।
बता दें, मामला सकरी थाना क्षेत्र का है। जहां पर परसदा स्थित सृष्टि कॉलोनी निवासी बृजनंदन सिंह उम्र 66 वर्ष एसईसीएल के रिटायर्ड अफसर है। वर्ष 2008 में उन्होंने मैक्स इंश्योरेंस कंपनी की पॉलिसी ली थी। 4 जनवरी को दोपहर में उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को बीमा कंपनी का अधिकारी बताते हुए कहा कि कंपनी के कार्यालय में उनके नाम का चेक आया है। जो मुंबई ऑफिस में पड़ा है।
जिसे लेने के लिए उन्हें लोक पाल से संपर्क करना होगा। ठग ने उन्हें एक मोबाइल नंबर दिया। उस नंबर को लोकपाल अधिकारी का नंबर बताया। ठग के बताए गए नंबर पर उन्होंने बात भी की ।तब उनसे प्रक्रिया पूरी कराने के लिए 12 हजार रुपये मांगे। उन्होंने 12 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद अलग-अलग नंबर पर पैसे ट्रांसफर कराए गए। तब भी बीमा की राशि नहीं मिलने पर उन्हें ठगी का अहसास हुआ। तब पीड़ित इसकी शिकायत की। इस पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मोबाइल नंबर के माध्यम से जालसाजों की जानकारी जुटा रही है।
हाईटेक हो गए है ठग
ठगी करने वाले हर रोज नया तरीका इजात कर रहे हैं। ठगी करने वालों का तरीका हर रोज बदल रहा है। पहले तो सिर्फ ऑनलाइन जॉब, ऑनलाइन ट्रेडिंग जैसे नाम पर ही ठगी करते थे। इसके बाद ऑनलाइन अरेस्ट का तरीका अपनाया और अब कभी बीमा अधिकारी तो कभी कस्टम ऑफिसर बनकर लोगों को झांसा दे रहे हैं।