Cyber Crime News: Cyber cell ने म्यूल अकाउंट धारकों को धर दबोचा, अवैध देन-लेन के लिए करते थे उपयोग
साइबर फ्रॉड की घटनाओं को रोकने के लिए लगातार पुलिस कार्य करती रही है। यही वजह है कि पुलिस महानिरीक्षक डॉ.संजीव शुक्ला व पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देशन में इस पर कार्य किया जा रहा था। साइबर रेल ने 10 टीम गठित कर जांच शुरू की।

CYBER CRIME NEWS BILASPUR. साइबर सेल ने म्यूल अकाउंट के माध्यम से साइबर फ्रॉड को अंजाम देने वाले 19 आरोपियों को धर दबोचा है। म्यूल अकाउंट को लेकर साइबर थाने में अपराध पंजीबद्ध था। ऐसे में पुलिस ने कार्यवाही करते हुए खुलासा किया है। साथ ही म्यूल अकाउंट के प्रति भी जनता को जागरूक किया है।
बता दें, साइबर फ्रॉड की घटनाओं को रोकने के लिए लगातार पुलिस कार्य करती रही है। यही वजह है कि पुलिस महानिरीक्षक डॉ.संजीव शुक्ला व पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देशन में इस पर कार्य किया जा रहा था। साइबर रेल ने 10 टीम गठित कर जांच शुरू की। प्रारम्भिक जांच पर नेशनल साइबर क्राईम पोर्टल में संदिग्ध्य पाये गय बैंक खातो को चिन्हांकित किया गया है ’’म्यूल बैंक’’ अकाउंट की जांच की गई। जांच कार्यवाही में पीड़ितों की पहचान कर उनसे घटना के संबंध में जानकारी एकत्र किया गया।
साइबर क्राईम पोर्टल की रिपोर्ट, बैंक खाता में हुए ट्रांजेक्शन, एक ही व्यक्ति के अधिक बैंक अकाउंट एवं अन्य तकनीकी साक्ष्य के आधार पर बैंक अकाउंट खुलवाने तथा अकाउंट का डिजिटल अरेस्ट, शेयर ट्रेडिंग फर्जी ऐप, क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट, गूगल रिव्यू टास्क, टेलीग्राम टास्क, बैंक केवाईसी अपडेट एवं गूगल सर्च जैसे साइबर अपराध में उपयोग करने वाले लोगों को चिन्हांकित किया गया। रेंज सायबर थाना बिलासपुर एवं एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा बिलासपुर के विभिन्न थानों के लगभग 100 से अधिक पुलिस अधिकारी व कर्मचारियोें की अलग अलग 20 से अधिक टीमें बनाकर आरोपियों की पतासाजी करते हुये 01 पी.ओ.एस. एजेंट (फर्जी सिम कार्ड बेचने वाला) एवं कोटक महिन्द्रा बैंक व एक्सिस बैंक कर्मचारी सहित म्यूल बैंक अकाउंट दूसरे के नाम से होना पाये जाने पर पूछताछ व तकनीकी साक्ष्य से आरोपियों से कनेक्ट होने पर कुल 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के खातों में फ्रॉड की करीब 97 लाख रू होल्ड कराया गया है, जो विभिन्न राज्यों के पीड़ितों के है, जिनसे संपर्क कर उनका रकम वापस कराया जाएगा।
उपरोक्त कार्यवाही में राजेन्द्र जायसवालअतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर बिलासपुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अनुज कुमार,उप पुलिस अधीक्षक निमितेश सिंह, सी.एस.पी. सिविल लाईन उप पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रमोद सबाद्रा (भा.पु.से.), सी.एस.पी. कोतवाली, के मार्गदर्शन में निरीक्षक विजय चैधरी प्रभारी रेंज सायबर थाना बिलासपुर निरीक्षक राजेश मिश्रा प्रभारी ए.सी.सी.यू. बिलासपुर उप निरीक्षक अजय वारे, अजहररूददीन, स.उ.नि. सुरेश पाठक प्रधान आरक्षक सैय्यद साजिद, विक्कू ठाकुर, लक्ष्मीकांत जायसवाल, दिगविजय वैषणव, देवमुन पुहुप, आतिश पारिक, राहुल सिंह आराक्षक विजेंद्र मरकाम, श्रीष तिवारी, अविनाश कश्यप, निखील राॅव, तदबीर पोर्ते, दीपक उपाध्याय, अभिजीत डाहिरे व अन्य का विशेष योगदान रहा, पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज बिलासपुर एवं पुलिस अधीक्षक बिलासपुर द्वारा टीम के उत्साहवर्धन हेतु उचित ईनाम की घोषणा की गई है।
गिरफ्तार आरोपी
सत्यनारायण पटेल राकेश, भेड़पाल, दुर्गेश केंवट, शिवशंकर यादव, राजकुमार पाल, नंदकुमार केंवट, दीपेश कुमार निर्मलकर, सुरेश सिंह, शेखर चतुर्थी, रोशन कुमार साहू, कुनाल मंडावी, प्रथम सोनी, दिपांशु साहू, अमन तिवारी, रामलाल यादव, अमित पाल, अब्दुल रशिंद, मुख्तार खान, गुज्जला जगदीश कुमार।
क्या होता है मनी म्यूल
’’मनी म्यूल’’ उस व्यक्ति को कहते है जिसके बैंक अकाउंट, डिजिटल वॉलेट या अन्य वित्तीय माध्यमों का उपयोग साइबर अपराधी ठगी की रकम या अवैध धन को को एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर करने में करते हैं।