Nuclear Triad Strategy: जल, थल, नभ से भारत कर सकता है परमाणु हमला! जानिए MIRV तकनीक और न्यूक्लियर ट्रायड स्ट्रैटेजी की ताकत, जिससे पाकिस्तान बेदम हो जाएगा
पहलगाम आतंकी हमले के बीच भारत ने परमाणु शक्ति के क्षेत्र में ऐतिहासिक छलांग लगाई है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 20 सालों में पहली बार भारत ने परमाणु बमों की संख्या में पाकिस्तान को पीछे छोड़ दिया है। फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स (FAS) की रिपोर्ट में इस बड़े बदलाव का खुलासा हुआ है।

नई दिल्ली/इस्लामाबाद. पहलगाम आतंकी हमले के बीच भारत ने परमाणु शक्ति के क्षेत्र में ऐतिहासिक छलांग लगाई है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 20 सालों में पहली बार भारत ने परमाणु बमों की संख्या में पाकिस्तान को पीछे छोड़ दिया है। फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स (FAS) की रिपोर्ट में इस बड़े बदलाव का खुलासा हुआ है। वहीं, पाकिस्तान के लिए अब अपनी न्यूक्लियर डेटरेंस (Nuclear Deterrence) क्षमता को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है।
भारत के पास अब पाकिस्तान से ज्यादा परमाणु बम
FAS की “स्टेटस ऑफ वर्ल्ड न्यूक्लियर फोर्सेज” रिपोर्ट के अनुसार, भारत के पास अब लगभग 180 परमाणु हथियार हैं, जबकि पाकिस्तान के पास अनुमानित 170 परमाणु बम हैं। बीते दो दशकों में पहली बार ऐसा हुआ है कि भारत ने परमाणु शस्त्रों की संख्या में पाकिस्तान को पीछे छोड़ा है। यह दक्षिण एशिया में रणनीतिक संतुलन के बड़े बदलाव का संकेत देता है, खासकर ऐसे समय में जब कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो चुका है और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है।
MIRV टेक्नोलॉजी: भारत की सबसे बड़ी ताकत
भारत की सैन्य शक्ति में नई क्रांति MIRV (Multiple Independently Targetable Reentry Vehicles) तकनीक के साथ आई है। हाल ही में भारत ने MIRV युक्त अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण कर दुनिया को चौंका दिया। अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चौथा देश बन गया है जिसके पास यह एडवांस टेक्नोलॉजी है।
MIRV तकनीक एक ही मिसाइल को कई लक्ष्यों पर एकसाथ हमले में सक्षम बनाती है। इसका मतलब है कि भारत अब एक मिसाइल से कई शहरों या दुश्मन ठिकानों पर एकसाथ परमाणु हमला कर सकता है। इस नई क्षमता से न केवल पाकिस्तान, बल्कि चीन भी चिंतित है।
भारत का न्यूक्लियर ट्रायड:
तीनों मोर्चों से हमला संभव
भारत अब एक पूर्ण विकसित न्यूक्लियर ट्रायड शक्ति बन चुका है। यानी भारत के पास जल, थल और नभ — तीनों माध्यमों से परमाणु हमला करने की क्षमता है। जमीन से इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल्स (ICBMs), समुद्र से न्यूक्लियर-सबमरीन (SSBN) और आकाश से न्यूक्लियर बॉम्बर एयरक्राफ्ट के जरिए भारत शत्रु पर प्रचंड परमाणु हमले कर सकता है।इससे भारत अमेरिका, रूस, चीन और फ्रांस जैसे विश्व के सबसे बड़े परमाणु राष्ट्रों की कतार में शामिल हो गया है।
पाकिस्तान के लिए संकट गहराया
भारत की बढ़ती सैन्य शक्ति के बीच पाकिस्तान के लिए अपनी न्यूक्लियर डेटरेंस बनाए रखना मुश्किल होता जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान परमाणु हथियारों को विकसित करने के साथ-साथ MIRV टेक्नोलॉजी हासिल करने की कोशिश कर रहा है, जिसमें उसे चीन की मदद भी मिल सकती है। लेकिन फिलहाल पाकिस्तान के पास इस क्षमता के विकसित होने का कोई स्पष्ट टाइमलाइन नहीं है।
इसके अलावा पाकिस्तान का रक्षा बजट मात्र 8 अरब डॉलर है, जबकि भारत ने 79 अरब डॉलर का विशाल रक्षा बजट घोषित किया है। यानी भारत अब पाकिस्तान से करीब 10 गुना ज्यादा सैन्य बजट खर्च कर रहा है। भारत ने राफेल फाइटर जेट्स, S-400 मिसाइल सिस्टम, और नौसेना व वायुसेना के आधुनिकीकरण में भारी निवेश किया है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत का बदला रुख
कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद भारत ने न केवल पाकिस्तान पर कूटनीतिक दबाव बनाया है बल्कि सिंधु जल संधि को सस्पेंड कर दिया है। इससे पाकिस्तान को आर्थिक और सामरिक दोनों मोर्चों पर बड़ा झटका लगा है। दक्षिण एशिया अब एक बार फिर तनाव की चाकू की धार पर है।
हालांकि भारत ने अब तक अपनी परमाणु नीति में ‘No First Use’ यानी पहले हमला न करने की नीति बरकरार रखी है, लेकिन हाल के वर्षों में इसके लचीले होने के संकेत भी मिले हैं। ऐसे में यदि परिस्थितियाँ विकट हुईं, तो भारत अपनी शक्ति का इस्तेमाल करने में संकोच नहीं करेगा।
भारत की रणनीति अब बदल चुकी है
भारत की सामरिक रणनीति अब महज पाकिस्तान को ध्यान में रखकर नहीं, बल्कि चीन जैसे बड़े खतरों को ध्यान में रखकर बनाई जा रही है। MIRV तकनीक, न्यूक्लियर ट्रायड क्षमता और रक्षा बजट में भारी वृद्धि ने भारत को दुनिया की शीर्ष परमाणु शक्तियों की श्रेणी में ला खड़ा किया है।