छत्तीसगढ़

प्रशासन के बुलडोजर वार से नहीं बच सका 100 साल पुराना जर्जर मिशन अस्पताल, जानिए पूरा मामला

BILASPUR NEWS. शहर के सबसे पुराने अस्पतालों में से एक मिशन अस्तपाल अब सिर्फ इतिहास बन कर ही रह गया। बुधवार की सुबह 100 साल पुराने जर्जर मिशन अस्पताल पर जिला प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई की। बुलडोजर से पुराने भवन को गिराया गया। इस कार्रवाई के लिए सुबह 5 बजे से ही निगम प्रशासन [bilaspur nagar nigam] टीम के साथ पहुंचा और लगातार कार्रवाई करते हुए पुराने इमारत को गिरा दिया गया। करोड़ों की जमीन को लीज पर लेकर व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा था। वहीं लीज पर खत्म हो गई थी।

 

बता दें, मिशन अस्पताल 100 साल से भी अधिक पुराना था। करोड़ों की जमीन को चिकित्सकीय सेवा के लिए मिशनरियों को लीज पर दी गई थी। वर्तमान में यहां अस्पताल में उपचार तो नहीं के बराबर हो रही थी। इसका व्यवसायिक उपयोग अधिक हो रहा था। इसके प्रबंधक जमीन को अन्य को किराए पर देकर लाभ ले रहे थे।

मिशन अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर रमन जोगी और अन्य पदाधिकारियों ने अस्पताल के ओपीडी, आईसीयू सहित अन्य हिस्सों पर कब्जा कर लिया था। लाइसेंस रिन्यू नहीं होने के बाद भी इस जर्जर भवन में अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। जिला प्रशासन व नगर निगम की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बुलडोजर से भवन को ढहाया गया।

10 साल पहले ही खत्म हो गई थी लीज
मिशन अस्पताल लीज पर चिकित्सकीय सेवा के लिए लीज पर दी गई थी। इसके लीज की अवधि वर्ष 2014 में ही समाप्त हो गई थी। इसके बाद भी प्रबंधन ने इसका रिन्यूवल नहीं कराया था। बाद में नजूल में आवेदन पेश किया गया था, जिसे नजूल न्यायालय ने वर्ष 2024 में ही खारिज कर दिया। इसके बाद प्रबंधन ने नजूल न्यायालय के खिलाफ मिशन अस्पताल प्रबंधन ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की, लेकिन वहां भी हाईकोर्ट ने स्थगन आदेश को जारी करने से मना कर दिया।

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