भारत में तीसरा सबसे बड़ा भूस्वामी: वक्फ बोर्ड के पास 9.4 लाख एकड़ जमीन
रेलवे और रक्षा मंत्रालय सबसे ज्यादा भूमि के मालिक हैं। इनके बाद वक्फ बोर्ड भारत का तीसरा सबसे बड़ा भूस्वामी है। इसके बाद कैथोलिक चर्च ऑफ इंडिया का स्थान आता है।bharat m sabse jayada jamin kiske pass h

Waqf Bill: वक्फ संशोधन बिल पर देशभर में चर्चा तेज है। क्या आप जानते हैं कि भारत में सबसे अधिक भूमि का स्वामित्व किसके पास है? निसंदेह, पहला स्थान भारत सरकार का है। रेलवे और रक्षा मंत्रालय सबसे ज्यादा भूमि के मालिक हैं। इनके बाद वक्फ बोर्ड भारत का तीसरा सबसे बड़ा भूस्वामी है। इसके बाद कैथोलिक चर्च ऑफ इंडिया का स्थान आता है।
वक्फ बोर्ड के पास कितनी जमीन है?
वक्फ बोर्ड के पास देशभर में लगभग 9.4 लाख एकड़ भूमि दर्ज है, जबकि कैथोलिक चर्च ऑफ इंडिया के पास 2-3 लाख एकड़ भूमि होने का अनुमान है। वक्फ बोर्ड की इन संपत्तियों की अनुमानित बाजार कीमत 1.2 लाख करोड़ रुपये से अधिक आंकी जाती है, जबकि चर्च की संपत्तियों की कीमत 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है।
वक्फ की जमीनें कहां से आईं?
वक्फ इस्लामी कानून (शरीयत) से लिया गया एक सिद्धांत है, जिसके तहत कोई व्यक्ति अपनी संपत्ति धर्मार्थ, सामुदायिक या धार्मिक उद्देश्यों के लिए हमेशा के लिए दान कर देता है। यह संपत्ति व्यक्तिगत स्वामित्व से बाहर होकर ‘अल्लाह की संपत्ति’ मानी जाती है।
भारत में वक्फ की परंपरा सल्तनत और मुगल काल में शुरू हुई। अंग्रेजों ने इसे कानूनी रूप देने के लिए 1913 में वक्फ अधिनियम पारित किया। वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में मस्जिदें, मदरसे, कब्रिस्तान और अन्य धार्मिक स्थल शामिल हैं। 2009 में वक्फ बोर्ड के पास 4 लाख एकड़ जमीन थी, जो 2022 तक बढ़कर 9.4 लाख एकड़ हो गई।
वक्फ बोर्ड की कानूनी शक्ति और विवाद
वक्फ बोर्ड को कानूनी रूप से विशेष अधिकार प्राप्त हैं। यदि यह प्रमाणित हो जाए कि कोई जमीन कभी वक्फ के लिए दान की गई थी, तो उसे वक्फ संपत्ति घोषित किया जा सकता है। इस नियम का कई बार विवादास्पद तरीके से उपयोग हुआ है, जिससे वक्फ संपत्तियों की संख्या बढ़ी है।
• तमिलनाडु के शिवगंगा जिले के तिरुपट्टर गांव पर वक्फ बोर्ड ने दावा किया था।
• बेंगलुरु के पास 1,200 एकड़ जमीन पर भी वक्फ बोर्ड ने स्वामित्व जताया।
कैथोलिक चर्च के पास कितनी जमीन है?
कैथोलिक चर्च ऑफ इंडिया भारत का दूसरा सबसे बड़ा गैर-सरकारी भूस्वामी है। चर्च के पास स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और धार्मिक केंद्रों के लिए बड़ी मात्रा में भूमि है। चर्च के पास 14,429 स्कूल-कॉलेज, 1,086 ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, 1,826 अस्पताल और डिस्पेंसरी संचालित करने के लिए जमीन है।
चर्च को जमीनें कैसे मिलीं?
कैथोलिक चर्च की संपत्तियां मुख्य रूप से ब्रिटिश शासन के दौरान सस्ती दरों पर पट्टे, मिशनरी गतिविधियों, स्थानीय दान और कानूनी संरक्षण के माध्यम से आईं।
• 1498 में वास्को डी गामा के आगमन के बाद ईसाई धर्म का प्रसार हुआ।
• पुर्तगालियों ने गोवा, दमन और दीव में चर्च निर्माण के लिए भूमि दी।
• ब्रिटिश काल में चर्च को कई रियायतें दी गईं, जिससे इसकी संपत्तियों में वृद्धि हुई।
भारत में सबसे बड़े भूस्वामियों में वक्फ बोर्ड और कैथोलिक चर्च शामिल हैं। वक्फ बोर्ड के पास 9.4 लाख एकड़ और चर्च के पास 2-3 लाख एकड़ भूमि होने का अनुमान है। इन संपत्तियों का कानूनी, ऐतिहासिक और सामाजिक महत्व है। हालांकि, इन पर समय-समय पर विवाद भी होते रहे हैं।