Health News: पत्थरचट्टा सिर्फ एक पत्ती नहीं कई बीमारियों के लिए रामबाण
आयुर्वेद में जड़ी-बूटी का विशेष महत्व होता है। हर तरह के फल, पत्ती व जड़ों का उपयोग औषधि बनाने में किया जाता है। पत्थरचट्टा की बात कर रहे हैं।

HEALTH NEWS. पत्थरचट्टा के पौधे को सिर्फ पत्ती समझने की भूल न करें। यह सिर्फ एक पत्ती नहीं बल्कि कई बीमारियों के लिए राम बाण हैं। इस पत्ती का उपयोग आयुर्वेद में औषधि के तौर पर किया जाता है। बड़ी से बड़ी बीमारियों में इसका इस्तेमाल लाभदायक होता है।
बता दें, आयुर्वेद में जड़ी-बूटी का विशेष महत्व होता है। हर तरह के फल, पत्ती व जड़ों का उपयोग औषधि बनाने में किया जाता है। पत्थरचट्टा की बात कर रहे हैं। पत्थरचट्टा कई बीमारियों में दवा के रूप में उपयोग किया जाता है। पत्थरचट्टा में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण कई समस्याओं के लिए बहुत ज्यादा उपयोगी होती है।
पथरी के लिए रामबाण
पथरचट्टा अपने नाम से ही जाना जाता है। इसका उपयोग पथरी में बहुत ज्यादा लाभदायक माना जाता है। गुर्दे की पथरी कैल्शियम ऑक्सालेट क्रिस्टल से बनी होती है। इसका सेवन जूस या फिर काढ़ा बनाकर करने से रोगियों को लाभ भी मिलता है।
गठिया व जोड़ों के लिए लाभदायक
पत्थरचट्टा के तने का अर्क हड्डियों से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है। खास तौर पर गठिया व जोड़ों के दर्द में यह रामबाण की तरह काम करता है।
घाव भरने में है मददगार
पत्थरचट्टा में एंटीबैक्टीरियल व एंटीफंगल गुण होता है। इसी वजह से किसी भी चोट में इसका लेप बनाकर लगाने से लाभ मिलता है। घाव को जल्द से जल्द भर देता है।
कैंसे करे पत्थरचट्टा का इस्तेमाल
पत्थरचट्टा के पत्ते का उपयोग आयुर्वेद में औषधि के तौर पर किया जाता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए यदि घाव पर लगाना है या सूजन दूर करना है तब इसके पत्ते को पीस कर लेप बनाकर इस्तेमाल करें। वहीं यदि किडनी स्टोन या हाईब्लड प्रेसर जैसे बीमारियों में इसको उबाल कर काढ़ा बनाकर इस्तेमाल करने से इसका लाभ मिलता है।
(अस्वीकरण: यह लेख/सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिए दी जा रही है, यह किसी भी तरह से चिकित्सकीय राय नहीं है। अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञों की परामर्श अवश्य लें। स्मार्ट वाणी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है)