रायगढ़ कोर्ट में देवरानी-जेठानी का हाईवोल्टेज ड्रामा: बच्ची को लेकर कोर्ट परिसर में भिड़ीं, वीडियो वायरल | Raigarh News
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ कोर्ट परिसर में बच्ची को लेकर देवरानी-जेठानी के बीच हुई जमकर झूमाझटकी। वायरल वीडियो में दिखाई दे रही है मारपीट और बच्ची की चीखें। जानिए पूरा मामला।

रायगढ़ कोर्ट में देवरानी-जेठानी के बीच झगड़ा, बच्ची को लेकर हुई खींचतान | Chhattisgarh Latest News
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला कोर्ट परिसर में सोमवार को एक पारिवारिक विवाद ने जमकर हंगामा खड़ा कर दिया। देवरानी और जेठानी के बीच कोर्ट के सामने ही बच्ची को लेकर खींचतान और मारपीट हो गई। यह सारा घटनाक्रम वहां मौजूद लोगों ने मोबाइल में रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है।
कोर्ट परिसर में भिड़ गईं महिलाएं, बच्ची रोती रही
यह पूरा मामला चक्रधर नगर थाना क्षेत्र से जुड़ा है। जानकारी के अनुसार, ग्राम विश्वनाथ पाली निवासी सुबोध प्रधान अपनी पत्नी सावित्री प्रधान से पिछले चार साल से अलग रह रहा है। दोनों के बीच तलाक का केस पिछले एक साल से कुटुम्ब न्यायालय में चल रहा है।
10 साल की बेटी फिलहाल पिता सुबोध के पास रह रही है, और कोर्ट के आदेश पर ही उसका पालन-पोषण हो रहा है। सोमवार को बच्ची को उसकी मां से मिलाने के लिए कोर्ट लाया गया था।
मां जबरन बच्ची को ले जाने लगी, जेठानी ने रोका
जब बच्ची की मां सावित्री उससे मिलने आई, तो वह उसे जबरन अपने साथ ले जाने लगी। इस दौरान बच्ची जोर-जोर से रोने लगी और जाने से मना करने लगी। बच्ची के साथ आए पिता सुबोध, उनकी भाभी सरस्वती प्रधान और भाई सुदामा प्रधान ने मां को ऐसा करने से रोका।
तभी देवरानी सावित्री और जेठानी सरस्वती के बीच झूमा-झटकी और मारपीट शुरू हो गई। घटना के दौरान सरस्वती का मंगलसूत्र टूट गया और उसके हाथ व गले में चोटें आईं।
वीडियो वायरल, कोर्ट परिसर बना रणभूमि
कोर्ट परिसर में मौजूद कई लोगों ने महिलाओं के बीच मारपीट का वीडियो बना लिया, जो कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बच्ची अपनी मां के साथ जाने से मना कर रही है और दो महिलाएं उसे खींचते हुए लड़ रही हैं।
थाने में दी गई शिकायत, पुलिस कर रही जांच
घटना के बाद जेठानी सरस्वती प्रधान ने चक्रधर नगर थाना में इस पूरे घटनाक्रम की शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर मामले की जांच कर रही है। इस हंगामे के चलते कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था।
वकील का बयान: बच्ची मां के साथ नहीं जाना चाहती थी
पीड़ित पक्ष के वकील राजीव कालिया ने बताया कि बच्ची को कोर्ट के आदेश पर उसकी मां से मिलाने लाया गया था। लेकिन मां सावित्री ने जबरन उसे ले जाने की कोशिश की, जबकि बच्ची साफ मना कर रही थी। इसी दौरान मारपीट और हंगामा शुरू हो गया। पीड़ित पक्ष ने इस पर एफआईआर दर्ज कराई है।
पारिवारिक विवाद बन रहा समाजिक तनाव का कारण
यह घटना एक बार फिर बताती है कि पारिवारिक विवाद बच्चों की मानसिक स्थिति पर गहरा प्रभाव डालते हैं। कोर्ट परिसर में हुई यह झड़प न सिर्फ कानूनी प्रक्रिया को बाधित करती है, बल्कि समाज में गलत संदेश भी देती है।