छत्तीसगढ़

Bilaspur Police News: मुआवजा पाने के चक्कर में आत्महत्या को बताया सर्प दंश, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, आरोपियों पर सख्त कार्रवाई

सरकार से मुआवजा पाने के लिए लोेग न जाने क्या-क्या करने को तैयार हो जाते है। बिलासपुर पुलिस ने फर्जी तरह से मुआवजा पाने का प्रयास कर रहे लोगों पर प्रहार किया है। गहन जांच कर कई मामले सामने आए है जिसमें आत्महत्या को सर्प दंश बता कर सरकार से 3 लाख का मुआवजा हासिल करने का प्रयास किया जा रहा था। पुलिस ने इस जांच के माध्यम से सरकारी पैसे को गलत हाथों में जाने से रोका है।

BILASPUR POLICE NEWS. सरकार से मुआवजा पाने के लिए लोेग न जाने क्या-क्या करने को तैयार हो जाते है। बिलासपुर पुलिस ने फर्जी तरह से मुआवजा पाने का प्रयास कर रहे लोगों पर प्रहार किया है। गहन जांच कर कई मामले सामने आए है जिसमें आत्महत्या को सर्प दंश बता कर सरकार से 3 लाख का मुआवजा हासिल करने का प्रयास किया जा रहा था। पुलिस ने इस जांच के माध्यम से सरकारी पैसे को गलत हाथों में जाने से रोका है।

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बता दें, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर रजनेश सिंह (मा.पु.से.) के निर्देशन में की गई गहन जांच से मामले का खुलासा हुआ। सामान्य मृत्यु को सर्प देश बताकर 03 लाख मुआवजा पाने का षडयंत्र करने वाले वकील, डॉक्टर और मृतक के परिजनो के विरुद्ध कार्यवाही की गई। पुलिस जांच में हुआ सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ कर्ज से परेशान होकर मृतक ने जहर सेवन कर लिया था जानकारी के मुताबिक दिनांक 12.11.2023 को मृतक शिवकुमार घृतलहरे पिता परागदास उम्र 36 वर्ष साकिन पोडी थाना बिल्हाजिला बिलासपुर को बाडी मे उल्टी करने एवं मुंह से झाग निकलने एवं स्वास्थ खराब होने पर परिजनो द्वारा बिल्हा सीएचसी से चेकअप बाद रिफर किये जाने पर सिम्स में ईलाज वास्ते भर्ती किया गया था। दिनांक 14.11.2023 को शिवकुमार की ईलाज दौरान मृत्यु हो गई थी। मृतक के शव के पंचनामा एवं पोस्टमार्टम दौरान परिजनो द्वारा बाये पैर के उंगली में सांप काटने से फौत होना बताया गया था। पीएमकर्ता डाक्टर द्वारा शिवकुमार की मृत्यु बाया पैर के उंगली में सांप काटने का निशान पाया जाना एवं मृत्यु सांप काटने से ही होना पीएम रिपोर्ट में लेख की थी।

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पुलिस जांच दौरान पंचनामा करने वाले पुलिस अधिकारी द्वारा पंचानो के समक्ष शव निरीक्षण दौरान सांप काटने का मृतक के पैर के उंगली मे निशान नही पाया था। सिम्स में शिवकुमार का ईलाज करने वाले डॉक्टर से उसके बिमारी एवं मृत्यु के संबंध में जानकारी लेने पर शराब एवं जहर सेवन से मृत्यु होना लेख कर सांप काटने से मृत्यु होने का खण्डन किया गया है। शिवकुमार को ईलाज हेतु जहर एवं शराब सेवन से स्वास्थ बिगडने के कारण भर्ती करना पाया गया। दो अलग-अलग अभिमत मृतक शिवकुमार के मृत्यु के संबंध में प्रकाश में आने पर उसके परिजनो से पुनः पुलिस द्वारा बारिकी से पूछताछ पर यह ज्ञात हुआ कि वकील कामता प्रसाद साहू के यह कहने पर कि यदि शिवकुमार की मृत्यु साप काटने से हुई है बताकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार करवाया जाये तो शासन से तीन लाख रुपये मुआवजा मिलेगा। जिसके लालच में आकर उन्होने पुलिस को सांप काटने का झूठा तथ्य बताया है।

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पुलिस जांच दौरान  पता चला कि मृतक शराब पीने का आदी था और कर्ज से परेशान था जिसके कारण स्वयं जहर सेवन कर लिया था यह बात उसने स्वास्थ खराब होने पर स्वतः परिजनो को बताया था। किन्तु परिजनो द्वारा पैसे की लालच में यह तथ्य छुपा दिया गया था। इसी प्रकार डॉक्टर द्वारा मृतक के पैर में सांप काटने का कोई निशान नहीं होना जानते हुये एवं अज्ञात जहर व शराब सेवन से ईलाज वास्ते अस्पताल में उसके मर्ती होने के तथ्यों का अनदेखी करते हुये गलत पोस्टमार्टम रिपोर्ट परिजनों को मुआवजा राशि के रुप में तीन लाख रुपये दिलाकर शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाने एवं स्वयं लाभान्वित होने के उददेश्य से षडयंत्र मे शामिल होकर तैयार किया गया है।

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