हागिया सोफिया: चर्च से मस्जिद तक का सफर, कैसे बनी वक्फ संपत्ति?
करीब 1500 साल पुरानी विरासत है। यह इमारत समय के साथ चर्च, मस्जिद और म्यूजियम के रूप में तब्दील होती रही है। आज यह तुर्की की वक्फ संपत्ति के रूप में जानी जाती है।

हागिया सोफिया का इतिहास
Turkey Hagia Sophia: तुर्की की ऐतिहासिक और विश्वप्रसिद्ध इमारत हागिया सोफिया (Hagia Sophia) करीब 1500 साल पुरानी विरासत है। यह इमारत समय के साथ चर्च, मस्जिद और म्यूजियम के रूप में तब्दील होती रही है। आज यह तुर्की की वक्फ संपत्ति के रूप में जानी जाती है।
चर्च से मस्जिद तक का सफर
छठवीं शताब्दी में रोमन सम्राट जस्टिनियन प्रथम ने हागिया सोफिया को एक विशाल चर्च के रूप में बनवाया था। यह कई वर्षों तक ईसाई धर्म के प्रमुख पूजा स्थलों में से एक रही।
साल 1453 में जब ऑटोमन साम्राज्य ने कॉन्स्टेंटिनोपल (अब इस्तांबुल) पर अधिकार किया, तब इस चर्च को मस्जिद में बदल दिया गया। यह स्थिति लगभग 500 वर्षों तक बनी रही।
म्यूजियम में तब्दील
1934 में तुर्की के पहले राष्ट्रपति मुस्तफा कमाल अतातुर्क ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए हागिया सोफिया को म्यूजियम में बदल दिया। इसके पीछे तर्क था कि यह इमारत अब सभी धर्मों के लिए एक सांस्कृतिक धरोहर के रूप में काम करे।
2020 में दोबारा बनी मस्जिद
साल 2020 में तुर्की की सुप्रीम कोर्ट (राज्य परिषद) ने 1934 के फैसले को अमान्य घोषित कर दिया। कोर्ट ने यह फैसला दिया कि हागिया सोफिया एक वक्फ की संपत्ति है, जिसे म्यूजियम में बदलना इस्लामिक कानून और वक्फ नियमों के खिलाफ है।
क्या है वक्फ संपत्ति?
वक्फ (Waqf) एक धार्मिक संस्था होती है, जिसके तहत किसी संपत्ति को अल्लाह के नाम पर दान कर दिया जाता है। इसका उपयोग धार्मिक या सामाजिक कार्यों के लिए किया जाता है। हागिया सोफिया को फातिह सुल्तान मेहमेद वक्फ (Fatih Sultan Mehmed Foundation) के अंतर्गत शामिल कर दिया गया।
राष्ट्रपति एर्दोगन का ऐतिहासिक फैसला
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानते हुए हागिया सोफिया को दोबारा मस्जिद में बदलने का आदेश जारी किया। इसके बाद 24 जुलाई 2020 को करीब 86 साल बाद हागिया सोफिया में पहली बार नमाज अदा की गई।
आज की स्थिति
वर्तमान में हागिया सोफिया तुर्की की वक्फ संपत्ति है और मस्जिद के रूप में कार्यरत है। इसका प्रशासन तुर्की के “जनरल डायरेक्टोरेट ऑफ फाउंडेशंस” द्वारा किया जाता है।
हागिया सोफिया की ऐतिहासिक विरासत न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि सांस्कृतिक और राजनीतिक रूप से भी बेहद महत्वपूर्ण रही है। चर्च से मस्जिद, फिर म्यूजियम और अब दोबारा मस्जिद बनकर यह इमारत आज तुर्की के वक्फ इतिहास की जीवंत मिसाल बन चुकी है।