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Panchayat 4 returns: पंचायत 4 की वापसी, फुलेरा की गलियों में फिर गूंजेगा ‘सचिव जी’ का जलवा!
अमेज़न प्राइम की सुपरहिट वेब सीरीज पंचायत का चौथा संस्करण एक बार फिर दर्शकों के दिलों पर छा गया है। फुलेरा गांव की सादगी, हास्य, और भावनाओं से भरी कहानी इस बार भी दर्शकों को बांधने में कामयाब रही है।

PANCHAYAT 4 RETUNS. अमेज़न प्राइम की सुपरहिट वेब सीरीज पंचायत का चौथा संस्करण एक बार फिर दर्शकों के दिलों पर छा गया है। फुलेरा गांव की सादगी, हास्य, और भावनाओं से भरी कहानी इस बार भी दर्शकों को बांधने में कामयाब रही है।
कहानी में नया क्या है?
इस सीज़न में अभिषेक त्रिपाठी उर्फ सचिव जी के ट्रांसफर की धमकियों के बीच गांव की राजनीति और भी दिलचस्प हो गई है। प्रधानी जी (नीना गुप्ता) और विकास-प्रह्लाद की तिकड़ी हमेशा की तरह एक से बढ़कर एक हास्यास्पद स्थितियों में Secretary जी को फंसाती है।
इमोशन भी, ड्रामा भी
इस बार पंचायत सिर्फ हंसी ही नहीं, बल्कि दिल को छू जाने वाले कई पल भी लेकर आई है। फुलेरा अब सिर्फ गांव नहीं रहा, एक भावना बन गया है – जहां लोगों के छोटे-छोटे संघर्षों में बड़ी सच्चाइयां छुपी होती हैं।

पंचायत का पॉलिटिक्स पंच
गांव की राजनीति, आपसी रिश्ते, और अफसरशाही के ताने-बाने को निर्देशक दीपक कुमार मिश्रा ने फिर से बड़ी खूबसूरती से दिखाया है। ‘सरकारी नौकरी’ करने आए सचिव जी अब खुद गांव के साथ जुड़ चुके हैं।
डायलॉग्स से फिर बनेगा मीम मटेरियल
“हमरे यहां पे पॉलिटिक्स में ट्रांसफर नहीं होते… घिस दिए जाते हैं”, जैसे डायलॉग्स एक बार फिर सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं।
सीरीज को IMDb पर 9.2 की जबरदस्त रेटिंग मिल चुकी है। फैंस इसे इमोशनल, प्योर और दिल से जुड़ी हुई कहानी बता रहे हैं। कुल मिलाकर पंचायत 4 ने फिर साबित कर दिया है कि ओवरएक्टिंग, बेमतलब का ग्लैमर और चीख-चिल्लाहट के बिना भी एक बेहतरीन कहानी कही जा सकती है। फुलेरा की मिट्टी की खुशबू अब हर दर्शक के दिल में बस गई है। अब बस इंतजार है… पंचायत 5 का! क्योंकि फुलेरा से कोई भी जल्दी अलविदा नहीं लेना चाहता।