Health News: पीरियड दर्द से पाएं छुटकारा, बिना दवा इन देसी नुस्खों से कम करें मासिक धर्म का दर्द
पीरियड पेन से राहत के लिए आयुर्वेदिक उपाय अपनाएं। अर्जुन की छाल, मुलेठी, शतावरी, आंवला और हल्दी फायदेमंद हैं। गुनगुने पानी में घी मिलाकर पिएं, तेल मसाज करें और योग करें। कैफीन से बचें और हाइड्रेटेड रहें।

Health News: Period Pain Home Remedies. पीरियड्स के दौरान कुछ महिलाओं को इतना तेज दर्द होता है कि वे अपनी रोजमर्रा की जिंदगी तक प्रभावित महसूस करने लगती हैं। कई महिलाएं इस दर्द से राहत पाने के लिए पेनकिलर्स painkillers का सहारा लेती हैं, लेकिन बार-बार दवाइयों का सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। आयुर्वेदिक डॉक्टरों के अनुसार, कुछ प्राकृतिक और देसी नुस्खे अपनाकर मासिक धर्म के दर्द को प्राकृतिक रूप से कम किया जा सकता है।
पीरियड पेन क्यों होता है?
मासिक धर्म के दौरान दर्द का मुख्य कारण शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव और इंफ्लेमेशन होता है। यह दर्द पेट, पीठ, कमर और जांघों तक भी महसूस हो सकता है। अगर हर महीने आपको तेज ऐंठन, भारी रक्तस्राव (हेवी फ्लो) या दिनभर में 3 से ज्यादा पेनकिलर लेने की जरूरत पड़ती है, तो इसे हल्के में न लें। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है। लेकिन अगर आपका दर्द हल्का या मध्यम स्तर का है, तो आप आयुर्वेदिक नुस्खों की मदद से इसे कंट्रोल कर सकते हैं।
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पीरियड पेन कम करने के लिए आयुर्वेदिक उपाय | Period Cramps Door Karne Ka Nuskha:
1. दर्द को कम करने के लिए इन हर्ब्स का करें सेवन
मासिक धर्म के दौरान ऐंठन और दर्द से राहत पाने के लिए आयुर्वेद में कुछ बेहतरीन जड़ी-बूटियों का सुझाव दिया गया है। इनमें शामिल हैं:
✔ अर्जुन की छाल – यह रक्त संचार सुधारती है और दर्द को कम करने में मदद करती है।
✔ मुलेठी – शरीर में सूजन को कम करती है और हार्मोनल बैलेंस बनाए रखती है।
✔ शतावरी – यह महिलाओं के लिए बेस्ट टॉनिक माना जाता है, जो पीरियड पेन को कम करने में मदद करता है।
✔ आंवला – इसमें भरपूर एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को डिटॉक्स करने और पीरियड्स को रेगुलर करने में सहायक हैं।
✔ गुलकंद – यह शरीर को ठंडक देता है और पीरियड के दौरान मूड स्विंग्स को कम करता है।
✔ किशमिश और अंजीर – आयरन और फाइबर से भरपूर ये ड्राई फ्रूट्स, पीरियड के दर्द को प्राकृतिक रूप से कम करने में सहायक हैं।
✔ बादाम, काली मिर्च और हल्दी – यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
इन सभी चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें या फिर इनसे तैयार किया गया हर्बल टी पी सकते हैं।
2. मलासन में बैठकर पिएं घी वाला गुनगुना पानी
✔ गुनगुने पानी में एक चम्मच A2 गाय का घी मिलाएं और इसे पीने से पीरियड पेन में राहत मिलती है।
✔ इस उपाय को मलासन (स्क्वाटिंग पोजिशन) में बैठकर करने से वात दोष बैलेंस होता है, जिससे ऐंठन कम होती है।
✔ यह उपाय डाइजेशन सुधारने, कब्ज दूर करने और हार्मोन बैलेंस बनाए रखने में भी मदद करता है।
3. दर्द कम करने के लिए करें तेल से मसाज
✔ पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द में वात दोष की अहम भूमिका होती है। वात दोष को संतुलित करने के लिए अभ्यंगम (तेल मालिश) बहुत लाभकारी मानी जाती है।
✔ रोज़ाना सुबह नहाने से पहले गुनगुने तिल के तेल से हल्के हाथों से पेट और पीठ पर मालिश करें।
✔ पीरियड के दौरान नाभि में 2-3 बूंद तिल या नारियल का तेल डालने से दर्द में राहत मिलती है।
इन बातों का रखें ध्यान
✅ पीरियड्स के दौरान कैफीन (चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स) और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
✅ गुनगुना पानी ज्यादा पिएं, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे।
✅ हल्की फुल्की स्ट्रेचिंग और योग करें, जैसे कि भुजंगासन, बालासन और सुप्त बद्ध कोणासन।
✅ बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेने से बचें, क्योंकि तनाव भी पीरियड दर्द को बढ़ा सकता है।
अगर आप हर महीने पीरियड पेन से परेशान रहती हैं, तो पेनकिलर के बजाय आयुर्वेदिक उपायों को अपनाएं। अर्जुन की छाल, मुलेठी, शतावरी, हल्दी, किशमिश, और घी जैसे प्राकृतिक चीज़ों का सेवन करें और मलासन में बैठकर गुनगुना पानी पीने की आदत डालें।
तेल मालिश, सही डाइट और योगासन की मदद से आप मासिक धर्म के दर्द को प्राकृतिक रूप से कम कर सकती हैं और अपने पीरियड्स को हेल्दी और आसान बना सकती हैं।
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(अस्वीकरण: यह लेख/सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिए दी जा रही है, यह किसी भी तरह से चिकित्सकीय राय नहीं है। अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञों की परामर्श अवश्य लें। स्मार्ट वाणी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है)