हेल्थ

Health News:डिप्रेशन (स्ट्रेस) की दवा आप भी खाते हैं तो हो जाइए सावधान, ड्रग्स से भी है खतरनाक

यदि आप लगातार डिप्रेशन की दवाइयां लेते हैं तो इससे छुटकारा पाना काफी कठिन हो सकता है। माना जाता है ऐसे दवाइयों का असर हेरोइन की तरह होता है। इन दवाइयों का उपयोग आज के समय में काफी आम हो गया है।

Depression Medicine Risk : यदि आप डिप्रेशन की दवा खाकर यह सोच रहे हैं कि हमें डिप्रेशन से राहत मिलेगी तो आप गलत हैं इसके काफी नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं। अमेरिकी हेल्थ मंत्री का दावा है कि अधिकतर लोगों के लिए डिप्रेशन की दवा छोड़ना हेरोइन (ड्रग्स) छोड़ने से भी ज्यादा कठिन है। उन्होंने इस दवा का भी जिक्र किया जिसका नाम है सिलेक्टिव सेरोटोनिन रीअपटेक इनहिबिटर (SSRI).

ये भी पढ़ेंःViral Video: स्कूटी सवार को कार ने मारी ठोकर, फिर क्या चलती कार पर चढ़ गई युवती

अभी के समय में अधिकतर युवा वर्ग ही डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं और डिप्रेशन में आते ही वे इन दावों का काफी मात्रा में उपयोग करते हैं जिस वजह से उन्हें एक प्रकार के सिंड्रोम का सामना करना पड़ता है जिसे ‘SSRI छोड़ने का सिंड्रोम’ कहा जाता है। ऐसी स्थिति में शरीर में सिर दर्द थकान चक्कर आना जैसी समस्याएं होती हैं। आइए इसके साथ ही हम जानते हैं कि डिप्रेशन की दवाइयों के क्या साइड इफेक्ट होते हैं।

ये भी पढ़ेंःHigh Court News: हाईकोर्ट ने कहा बेवजह पति पर केस दर्ज कराना क्रूरता, जानें पूरा मामला

डिप्रेशन की दवा के साइड इफेक्ट
एक्सपर्ट चिकित्सकों का मानना है कि ऐसी दवाइयां खाने वाले व्यक्तियों में कई हानिकारक समस्याएं पैदा हो सकती हैं, यह दवाइयां खाने वाले लगभग 7% लोगों में इस तरह के सिंड्रोम हो सकते हैं। इन दवाओं में पैरोक्सेटाइन और फ्लूवोक्सामिने जैसी दवाइयां शामिल है। डिप्रेशन में आने पर लोग इन दवाइयां के सेवन के आदी हो जाते हैं फिर जब वे इन्हें छोड़ते हैं तो लगभग 40% लोगों में इस तरह के सिंड्रोम देखने को मिलता है।

सिंड्रोम क्यों होता है
सिंड्रोम एक तरह से अचानक होने वाली मानसिक और शारीरिक समस्या होती है यह कई बार गंभीर भी हो सकती है जिससे हमारे जान तक जाने का खतरा रहता है यह ‘SSRI छोड़ने का सिंड्रोम’ शरीर में सेरोटोनिन की अचानक कमी की वजह से होता है।

डिप्रेशन की दवा और हेरोइन (ड्रग्स) में क्या कनेक्शन है
एक्सपर्ट्स का कहना है कि हेरोइन हमारे शरीर के म्यू ओपिओइड रिसेप्टर्स को एक्टिव करता है, जिससे हमारे दिमाग को नशा महसूस होता है और दर्द कम हो जाता है। धीरे-धीरे इसके सेवन से लोग इसके गिरफ्त में आ जाते हैं और जब अचानक से इसका सेवन बंद होता है तो तनाव, बुखार, दस्त, जी मचलना जैसी दिक्कतें होने लगते हैं। कई प्रयोग में ऐसा पाया गया है की हेरोइन को छोड़ने से काफी बड़ी समस्या होती है।

ये भी पढ़ेंःAccident News Korba:महाकुंभ जाते समय सड़क हादसा, कोरबा के कलमीडुग्गी में मातम, एक साथ 6 शवों का अंतिम संस्कार

जिस तरह से हेरोइन को छोड़ना काफी मुश्किल होता है, उसी तरह डिप्रेशन की दवाओं से भी छुटकारा पाना काफी कठिन है। कई हेल्थ डॉक्टर बताते हैं कि हेरोइन को छोड़ने और डिप्रेशन की दवाओं को छोड़ने में काफी अंतर होता है कई बार डिप्रेशन की दवाओं को छोड़ने पर हमें कोई साइड इफेक्ट नजर नहीं आते और हमारा शरीर सामान्य रहता है पर इसके विपरीत जब हेरोइन को छोड़ते हैं तो यह शरीर के लिए काफी घातक साबित होता है जिसका असर हमारे शरीर में काफी टाइम तक दिखता है।

(अस्वीकरण: यह लेख/सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिए दी जा रही है, यह किसी भी तरह से चिकित्सकीय राय नहीं है। अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञों की परामर्श अवश्य लें। स्मार्ट वाणी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है)

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *