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ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत का कड़ा रुख: कश्मीर पर तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को सख्ती से किया खारिज

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में यह दोहराया कि पाकिस्तान को पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) को खाली करना ही होगा. India pakistan war big update

नई दिल्ली, ब्रेकिंग न्यूज़। सरकार ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि जम्मू-कश्मीर से जुड़ा कोई भी मुद्दा केवल भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय बातचीत से ही सुलझेगा। किसी भी तीसरे देश या पक्ष की इसमें कोई भूमिका नहीं होगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में यह दोहराया कि पाकिस्तान को पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) को खाली करना ही होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत की नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

कश्मीर पर भारत का अडिग रुख

भारत ने साफ कर दिया है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और इस पर किसी बाहरी हस्तक्षेप की कोई आवश्यकता नहीं है। भारत और पाकिस्तान के बीच यह मुद्दा केवल द्विपक्षीय वार्ता से ही सुलझ सकता है। रणधीर जायसवाल ने कहा, “हमारी नीति स्पष्ट है और इसमें कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। PoK पर पाकिस्तान का कब्जा अवैध है और उसे इसे खाली करना ही होगा।”

सिंधु जल संधि पर भारत का बड़ा फैसला

विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि भारत ने सिंधु जल संधि को फिलहाल स्थगित कर दिया है। यह निर्णय 23 अप्रैल को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक में लिया गया था। जायसवाल ने कहा, “यह संधि सद्भावना के आधार पर हुई थी, लेकिन पाकिस्तान ने लंबे समय से आतंकवाद को बढ़ावा देकर इसके मूल सिद्धांतों का उल्लंघन किया है। जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को विश्वसनीय और स्थायी रूप से बंद नहीं करता, भारत इस संधि को लागू नहीं करेगा।”

ऑपरेशन सिंदूर और अमेरिका के साथ बातचीत

भारत ने 7 मई को “ऑपरेशन सिंदूर” की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य सीमा पार से हो रहे आतंकवादी गतिविधियों को समाप्त करना था। 10 मई को सीजफायर पर सहमति बनी। इस दौरान भारत और अमेरिका के बीच सैन्य हालात पर बातचीत हुई, लेकिन विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि डोनाल्ड ट्रंप या किसी अमेरिकी प्रतिनिधि से व्यापार (Trade) को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई।

रणधीर जायसवाल ने कहा, “इन रणनीतिक चर्चाओं में केवल सुरक्षा और सैन्य स्थिति पर ही बातचीत हुई। व्यापार से संबंधित किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई है।”

तुर्किए की पाकिस्तान को समर्थन पर भारत सतर्क

भारत ने यह भी कहा कि वह तुर्किए की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है। हाल ही में तुर्किए ने वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान का समर्थन किया था और पाकिस्तानी सेना को सहायता भी प्रदान की। इस पर विदेश मंत्रालय ने कहा, “हमने तुर्किए के इन कृत्यों को गंभीरता से नोट किया है और आवश्यक प्रतिक्रिया दी जाएगी।”

पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थन छोड़ना होगा

भारत ने दो टूक कहा है कि पाकिस्तान वर्षों से औद्योगिक स्तर पर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। भारत द्वारा नष्ट किए गए आतंकवादी ठिकाने न केवल भारतीय नागरिकों बल्कि दुनियाभर में निर्दोष लोगों की जान के लिए जिम्मेदार रहे हैं। भारत ने यह भी कहा कि अब पाकिस्तान को इस नई रणनीतिक हकीकत को स्वीकार कर लेना चाहिए।

 

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