ED action:कोल लेवी घोटाला मामले में ईडी की कार्रवाई, आरोपियों के 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क

ED ACTION IN RAIPUR. कोल लेवी घोटाला मामले में ईडी ने कार्रवाई की है। इसमें सभी आरोपियों के 100 करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति को अस्थिायी रूप से कुक किया है। प्रवर्तन निदेशालय ने यह कमद उठाया है। संपत्तियों की कुल लागत 49.73 करोड़ रुपये मानी जा रही है। इसमें वाहन, नगद राशि, आभूषण व बेनामी भूमि भी शामिल है।
बता दें, अब तक, ईडी ने इस घोटाले में कुल 270 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की हैं और 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इसके अलावा, ईडी ने 26 आरोपियों के खिलाफ विशेष कोर्ट में तीन अभियोजन शिकायतें दायर की हैं। जांच में पता चला है कि निजी व्यक्तियों का एक समूह, राज्य के वरिष्ठ राजनेताओं और नौकरशाहों के साथ मिलकर कोयला ट्रांसपोर्टरों से जबरन वसूली में संलिप्त था।
उन्होंने जुलाई 2020 और जून 2022 के बीच परिवहन किए गए कोयले के प्रति टन 25 रुपये अवैध रूप से वसूले। इस अवधि के दौरान, अपराध की कुल आय लगभग 540 करोड़ रुपये थी, जो छत्तीसगढ़ में कोयला ट्रांसपोर्टरों से जबरन वसूली गई थी। अवैध धन का उपयोग सरकारी अधिकारियों और राजनेताओं को रिश्वत देने के लिए किया गया था, साथ ही कुछ हिस्सा चुनावों में भी खर्च किया गया था।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में पहले ही कई महत्वपूर्ण संपत्तियों को जब्त किया है। ईडी ने आईएएस अधिकारी रानू साहू, समीर बिश्नोई, सौम्या चौरसिया, जय प्रकाश मौर्य, राम गोपाल अग्रवाल, राम प्रताप सिंह, विनोद तिवारी, चंद्र देव प्रसाद राय और देवेंद्र सिंह यादव की कुल 55.37 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां जब्त की हैं। इस मामले में राम गोपाल अग्रवाल फरार हैं, जिनकी ईडी सरगर्मी से तलाश कर रही है। हालांकि, राम प्रताप सिंह, विनोद तिवारी और चंद्र देव प्रसाद राय को कोर्ट से गिरफ्तारी में राहत मिली हुई है।