Education News Raipur:स्वामी आत्मानंद स्कूल संघ ने संविलियन सहित 6 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से की मुलाकात, कार्रवाई का मिला आश्वासन
स्वामी आत्मानंद शासकीय विद्यालय संविदा शिक्षक एवं कर्मचारी संघ का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार देर रात मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से उनके निवास पर मिला। प्रदेश अध्यक्ष दुर्योधन यादव के नेतृत्व में प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा, जिसमें प्रमुख रूप से संविलियन, नियमित वेतन वृद्धि और संविदा शिक्षकों की समस्याओं को शामिल किया गया।

EDUCATION NEWS RAIPUR. स्वामी आत्मानंद शासकीय विद्यालय संविदा शिक्षक एवं कर्मचारी संघ का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार देर रात मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से उनके निवास पर मिला। प्रदेश अध्यक्ष दुर्योधन यादव के नेतृत्व में प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा, जिसमें प्रमुख रूप से संविलियन, नियमित वेतन वृद्धि और संविदा शिक्षकों की समस्याओं को शामिल किया गया।
मुख्यमंत्री ने सभी बिंदुओं को गंभीरता से लेते हुए तत्काल उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान राहुल तिवारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने शिक्षकों की मांगों का समर्थन किया। संघ की ओर से बताया गया कि वर्ष 2020 से संचालित स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट हिंदी एवं अंग्रेजी माध्यम योजना के तहत प्रदेश भर में 751 विद्यालय संचालित हो रहे हैं, जिनमें 5 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इनमें लगभग 12 हजार संविदा शिक्षक व अन्य कर्मचारी कार्यरत हैं। इन विद्यालयों के विद्यार्थियों का शैक्षणिक प्रदर्शन बीते वर्षों में सराहनीय रहा है।
संघ की 6 प्रमुख मांगें:
1. ग्रीष्मकालीन अवकाश के लिए पूर्व में जारी आदेश के पालन हेतु सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया जाए।
2. शिक्षा विभाग में संविलियन प्रक्रिया को आगे बढ़ाने एवं कलेक्टर अध्यक्षता वाली समिति को भंग किया जाए।
3. 5 वर्षों से स्थिर वेतन पा रहे संविदा शिक्षकों के वेतन में वृद्धि की जाए।
4. डीएमएफ और ग्रंथपाल पदों की वेतन विसंगति को दूर किया जाए।
5. 30 सीएल (छुट्टी) संबंधी आदेश को लागू करने के लिए सभी डीईओ को निर्देशित किया जाए।
6. सेवा के दौरान किसी दुर्घटना की स्थिति में संविदा कर्मियों को ₹5 लाख की सहायता राशि देने की मांग।
प्रदेश अध्यक्ष दुर्योधन यादव ने कहा कि संघ प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है, लेकिन इसके लिए शिक्षकों की आर्थिक और प्रशासनिक समस्याओं का समाधान आवश्यक है। मुख्यमंत्री साय ने सभी मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और शीघ्र निर्णय का भरोसा दिलाया है। शिक्षकों में इस मुलाकात के बाद सकारात्मक उम्मीद जागी है।