छत्तीसगढ़

Rani Sati temple Bilaspur:रानी सती मंदिर में मनाया वार्षिकोत्सव, भक्तिमय वातावरण में भजनों में झूम उठे श्रद्धालु

RANI SATI TEMPLE BILASPUR. श्री रानी सती दादी मंदिर में वार्षिकोत्सव का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। मंदिर में खास तौर पर पूजा-अर्चना के साथ भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या में अजमेर से आए प्रसिद्ध गायक तेजस राणा ने एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति से माहौल को भक्तिमय कर दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजन करने के लिए पहुंचे। साथ भोग-प्रसाद का भी कार्यक्रम किया गया।

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बता दें, श्री रानी सती मंदिर रिंग रोड-2 में मंदिर का स्थापना वार्षिकोत्सव मनाया गया। मंदिर में सुबह से ही विधि-विधान के साथ पूजन सम्पन्न कराया गया। माता का श्रृंगार, आरती, भोग के बाद भजनों की सुंदर प्रस्तुति दी गई। इस दौरान भजन गायक तेजस राणा ने सिर्फ दादी सती के ही नहीं बल्कि गणेश जी, बजरंग बली, शंकर भगवान के भी भजन प्रारंभ में ही गए और सभी का आह्वान किया।

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इसके बाद माता के जन्म से लेकर दुर्गा स्वरूप में प्रकट होने की कथा को भजनों के माध्यम से श्रद्धालुओं को सुनाया। इस अवसर नारायणी महिला मंडल की महिलाओं ने माता का श्रृंगार, आरती व चुनरी चढ़ाने की विधि के दौरान भक्तिभाव के साथ नृत्य करते हुए आनंदित नजर आयी।

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माता की कथा सुनाई भजन से

प्रसिद्ध गायक तेजस राणा सन 1295 में श्री दादी जी के सती होने के समय के प्रत्यक्ष दर्शी एवं श्री दादी जी के रथ के सारथी *श्री राणा* के वंशज हैं । आपका आगमन बिलासपुर की पवन धरा में प्रथम बार हुआ है । मंगल पाठ के शुरुवात में दादी जी के जन्म से लेकर अंत में सती होकर और सभी देवी देवताओं से आशीर्वाद लेकर श्री दादी जी दुर्गा स्वरूप प्रकट पश्चात सभी को अपना आशीर्वाद दिया । महाभारत काल में श्री कृष्ण ने अभिमन्यु की पत्नी माता उत्तरा को वरदान दिया था कि सतयुग में तुम्हे श्री रानी सती दादी जी के रूप में पूजी जाओगी ।

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