छत्तीसगढ़
Suicide News Bilaspur: सस्पेंड पटवारी ने की आत्महत्या, 2 सुसाइड नोट में लिखी अपनी बेगुनाही की बात
भारतमाला प्रोजेक्ट में फर्जीवाड़ा के आरोप में सस्पेंड किए गए पटवारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसकी लाश बहन के फार्म हाउस में फंदे से लटकी मिली। मौके से दो सुसाइड नोट बरामद हुए हैं, जिनमें उसने खुद को निर्दोष बताया है और आरआई, कोटवार समेत तीन लोगों के नाम लिखे हैं। पटवारी ने लिखा— "मैं बेगुनाह हूं, मुझे फंसाया गया है।"

SUICIDE NEWS BILASPUR. भारतमाला प्रोजेक्ट में फर्जीवाड़ा के आरोप में सस्पेंड किए गए पटवारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसकी लाश बहन के फार्म हाउस में फंदे से लटकी मिली। मौके से दो सुसाइड नोट बरामद हुए हैं, जिनमें उसने खुद को निर्दोष बताया है और आरआई, कोटवार समेत तीन लोगों के नाम लिखे हैं। पटवारी ने लिखा— “मैं बेगुनाह हूं, मुझे फंसाया गया है।”
मृतक पटवारी का नाम सुरेश मिश्रा बताया जा रहा है, जो हाल ही में भारतमाला प्रोजेक्ट में ज़मीन अधिग्रहण से जुड़ी गड़बड़ियों में निलंबित किया गया था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही दोनों सुसाइड नोट को जब्त कर जांच शुरू कर दी गई है।
शनिवार को उसकी लाश बहन के फार्महाउस में फंदे से लटकी मिली। घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें लिखा था – “मैं दोषी नहीं हूं, मुझे साजिश का शिकार बनाया गया है।” इस पत्र के आधार पर परिजन और करीबी लोग मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।

बताया जा रहा है कि भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत जमीन अधिग्रहण में हुए फर्जीवाड़े में कई अधिकारियों और कर्मचारियों पर जांच चल रही है, जिनमें सुरेश मिश्रा का नाम भी शामिल था। पुलिस मामले की जांच कर रही है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। सुरेश मिश्रा की मौत ने पूरे प्रशासनिक अमले को हिला दिया है और परियोजना में भ्रष्टाचार को लेकर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
परिजनों का आरोप है कि प्रशासनिक दबाव और बार-बार की पूछताछ से वह मानसिक रूप से टूट गया था। इस मामले ने सरकारी सिस्टम की जांच प्रक्रियाओं और कर्मचारियों पर बढ़ते मानसिक बोझ को लेकर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस जांच के अहम बिंदु:
सुसाइड नोट में आत्महत्या की वजह स्पष्ट रूप से मानसिक दबाव और बेगुनाही का जिक्र।
जिन अधिकारियों के नाम लिखे गए हैं, उनसे पूछताछ की तैयारी।
भारतमाला प्रोजेक्ट में जांच के दायरे में अब तक कई अन्य कर्मचारी भी आ चुके हैं।