छत्तीसगढ़

High Court News:हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी नहीं रूक रहा रेत का अवैध उत्खनन, प्रशासन की अनदेखी में रेत माफियाओं के हौसले बुलंद

अरपा नदी अंतःसलिला मानी जाती है। भले नदी सूखी नजर आती है लेकिन इस अंतः सलिला अरपा के चलते शहर का जल स्तर कभी कम नहीं हुआ। Illigal Sand mining

बिलासपुर. हाईकोर्ट ने अरपा नदी से अवैध रेत उत्खनन पर पहले ही रोक लगाई थी। ताकि अरपा के सरंक्षण व संवर्धन में सही कदम उठाया जा सके। जीवनदायिनी अरपा का इस कदर दोहन किया जा रहा है कि इसके लिए दायर याचिकाओं के बाद भी हाईकोर्ट के आदेश को अनदेखा किया जा रहा है। अवैध रेत खनन का काम जारी है। इस पर प्रशासन भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है ऐसे में रेत माफियाओं केहौसले बुलंद है।

बता दें, अरपा नदी अंतःसलिला मानी जाती है। भले नदी सूखी नजर आती है लेकिन इस अंतः सलिला अरपा के चलते शहर का जल स्तर कभी कम नहीं हुआ। इसी वजह से इसका संरक्षण व संवर्धन बहुत जरूरी है। इसके लिए हाईकोर्ट में कई याचिकाएं दायर है। जिसकी सुनवाई चल रही है। कोर्ट ने आदेश दिया है कि किसी भी तरह से रेत के अवैध खनन को रोका जाए और अरपा नदी के संरक्षण व संवर्धन में प्रशासन अपने कर्तव्य को पूरा करे। इसके बाद भी प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिसके चलते रेत माफियाओं का कार्य जोर-शोर से चल रहा है। रेत की खुदाई के चलते पूरे नदी में जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बनाकर छोड़ दिया जा रहा है। वहीं लगातार अरपा नदी का दोहन किया जा रहा है।

यदि इसी तरह से चलता रहा तो नदी का संरक्षण व संवर्धन का सपना, सपना ही बन कर रह जाएगा। प्रशासन को इस पर ठोस कार्रवाई करते हुए इसे रोकना चाहिए। प्रशासन कार्रवाई करेगा तो अवैध रेत खनन को रोका जा सकता है। ट्रक, ट्रेक्टर व छोटी गाड़ियों में रेत भरकर ले जाया जा रहा है। रेत माफिया मोटी कमाई भी कर रहे हैं।

इसका परिणाम भयानक होने वाला है। रेत माफियाओं की करनी का फल पूरे जिले के लोगों को भुगतना पड़ सकता है।आज सुबह ही एक ऐसा मामला देखा गया जहां एक रेत माफिया नदी से रेत निकाल कर नर्मदा नगर के एक मकान में गिराया जिसकी पूरी वीडियो हमारे पास उपलब्ध है।

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